एंटरप्रेन्योर से एक्टिविस्ट... डॉक्टर से लेकर एक्टर तक... 18वीं लोकसभा में सबसे ज्यादा 33% 'किसान'
18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आज से आगाज हो गया. लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि मेहताब ने नरेंद्र मोदी समेत नवनिर्वाचित सांसदों को पद एवं गोपनियता की शपथ दिलाई. 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित 542 सांसदों में किसान से लेकर एंटरप्रेन्योर और डॉक्टर से लेकर एक्टर तक शामिल हैं. आइए, जानते हैं कि नवनिर्वाचित सांसद आखिर किस-किस फील्ड से आते हैं.
18th Lok Sabha New MPs Profile: 18वीं लोकसभा में मेडिकल प्रोफेशनल्स से लेकर प्रोफेसरों और एक्टर से लेकर स्पोर्ट्स पर्सन तक शामिल हैं. लोकसभा के लिए नवनिर्वाचित 542 सांसद अलग-अलग पेशे वाले हैं. 17वीं लोकसभा की तुलना में सामाजिक कार्यकर्ता, किसान और व्यवसायी के रूप में अपना पेशा बताने वाले सांसदों की संख्या में कमी आई है.
18वीं लोकसभा में सांसदों के पेशे के बारे में जानकारी लोकसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध है. डेटा से पता चलता है कि किसानी, समाजिक सेवा और अलग-अलग तरह के कारोबार से जुड़े सांसदों की संख्या ज्यादा है. कई सांसदों ने अपने प्रोफाइल में अलग-अलग तरह के कारोबार का जिक्र किया है. 18वीं लोकसभा में 542 निर्वाचित सदस्य हैं. 543 में से वायनाड सीट पर जीत दर्ज करने वाले राहुल गांधी ने रायबरेली सीट से भी जीत दर्ज की है. बाद में उन्होंने वायनाड सीट को छोड़ दिया है. अब वायनाड सीट पर उपचुनाव होना है.
18वीं लोकसभा में टॉप 10 प्रोफेशनल्स की संख्या
प्रोफेशन | सांसदों की संख्या | प्रतिशत |
किसान | 179 | 33.03 |
एक्टिविस्ट | 115 | 21.22 |
बिजनेस | 100 | 18.45 |
पॉलिटिशियन | 70 | 12.92 |
कानूनविद | 39 | 7.2 |
डॉक्टर | 28 | 5.17 |
एजुकेशन | 21 | 3.87 |
एक्टिंग | 12 | 2.21 |
पब्लिक सर्वेंट | 8 | 1.48 |
इंजीनियर | 4 | 0.74 |
सोर्स- लोकसभा, इलेक्शन कमीशन
नवनिर्वाचित सांसदों में सबसे अधिक किसान
लोकसभा और इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर दिए गए नवनिर्वाचित सांसदों की जानकारी के मुताबिक, 18वीं लोकसभा में एग्रीकल्चर फील्ड से संबंध रखने वाले जनप्रतिनिधियों की संख्या सबसे ज्यादा है. लोकसभा में इस फील्ड से आने वाले नवनिर्वाचित सांसदों की संख्या 179 है, जो लोकसभा के कुल सदस्यों की संख्या का 33 फीसदी है. हालांकि, पिछली लोकसभा की तुलना में इस संख्या में 8 प्रतिशत अंकों की गिरावट आई है. 17वीं लोकसभा में इस फील्ड से आने वाले सांसदों की संख्या 230 थी, जो कुल सदस्य संख्या का 41.14% था.
भाजपा के 240 में से सबसे अधिक 79 सांसद एग्रीकल्चर फील्ड से
सबसे अधिक सांसदों वाली 5 पार्टियों में से भाजपा के कुल 240 सांसदों में से 79 सांसद एग्रीकल्चर से जुड़े हैं. इसके बाद कांग्रेस के 99 में से 29 सांसद कृषि से जुड़े हैं. समाजवादी पार्टी (सपा) के 37 में से 23, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को 29 में से 2, और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) 22 में से 9 सांसद इस फील्ड से जुड़े हैं.
इससे पहले 17वीं लोकसभा में, 148 भाजपा सांसदों ने कृषि को अपना पेशा बताया था. इसके बाद कांग्रेस के 16, डीएमके के 7, एसपी के 6 और टीएमसी के 2 सांसद थे. 18वीं लोकसभा में डीएमके और टीएमसी ने पिछले लोकसभा से अपने सांसदों की संख्या को काफी हद तक बनाए रखा है. कांग्रेस और एसपी ने संख्या में काफी बढ़ोतरी की है, जबकि भाजपा की संख्या में काफी गिरावट आई है.
18वीं लोकसभा में सोशल एक्टिविस्ट की संख्या में भी गिरावट
18वीं लोकसभा में 115 सांसद या सदन के 21.22% सांसद ऐसे हैं जो समाज सेवा या सामाजिक कार्य में लगे हुए हैं. पिछली लोकसभा की तुलना में सामाजिक कार्यकर्ताओं की संख्या में 13.13 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. 17वीं लोकसभा में 192 सांसद यानी 34.35% जनप्रतिनिधि सामाजिक सेवा में लगे हुए थे.
नए सदन में समाज सेवा से जुड़े सबसे ज़्यादा 52 सांसद भारतीय जनता पार्टी के हैं, हालांकि पिछले लोकसभा की तुलना में इसमें कमी आई है. 17वीं लोकसभा में भाजपा के 98 सांसद इस फील्स से जुड़े थे. वहीं, कांग्रेस और सपा के समाज सेवा से जुड़े सांसदों की संख्या 22 से बढ़कर 25 और 3 से बढ़कर 8 हो गई है. टीएमसी और डीएमके के आंकड़े 10 से घटकर 9 और 4 से घटकर 1 हो गया है.
नए सदन में बिजनेस को अपना पेशा घोषित करने वाले सांसदों की संख्या 100 है, जो लोकसभा की कुल संख्या का 18.45% है. हालांकि, ये आंकड़ा 17वीं लोकसभा से 7.31 प्रतिशत कम है. उस वक्त 144 सांसद यानी 25.76%, अलग-अलग कारोबार से जुड़े थे.
नए सदन में 12.92 फीसदी सदस्य प्योर पॉलिटिशियन
नए सदन के सभी सदस्य पॉलिटिशियन हैं, लेकिन इनमें से मात्र 70 यानी 12.92% ने पॉलिटिक्स को अपना पेशा बताया है. पिछले सदन में, 69 पेशेवर राजनीतिज्ञ सदन में थे. भाजपा के 27 सांसद प्योर पॉलिटिशियन हैं. पिछली बारइनकी संख्या 29 थी. इस मामले में कांग्रेस के सांसदों की संख्या 10 से बढ़कर 11 हो गई है और सपा के सांसदों की संख्या 3 से बढ़कर 7 हो गई है. इस मामले में डीएमके और टीएमसी में गिरावट देखी गई है, जो 3 से 1 और 3 से 2 हो गई है.
नए सदन में कानून से जुड़े लोगों की संख्या 39 है, जो कुल सांसदों का 7.2% है. इनमें से ज़्यादातर सांसद वकील हैं, लेकिन नई लोकसभा में कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस भाजपा से अभिजीत गंगोपाध्याय भी हैं. 17वीं लोकसभा में, कानूनी पेशे से 47 सांसद या 8.41% सांसद थे.
नए सदन में 28 सांसद या 5.17% डॉक्टर हैं या मेडिकल फील्ड से जुड़े हैं. इनमें दो हार्ट स्पेशलिस्ट और एक रेडियोलॉजिस्ट शामिल हैं. पिछले सदन में 37 डॉक्टर थे, जो सदन के 6.62% के बराबर थे, जिसमें ऑर्थोपेडिक्स और एडवांस्ड लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से लेकर न्यूरोसर्जरी तक के कई विशेषज्ञ शामिल थे.
12 है, एक्टिंग से जुड़े नवनिर्वाचित सांसदों की संख्या
नई लोकसभा में फिल्म, टीवी और म्यूजिक इंडस्ट्रीज से जुड़े लोगों की संख्या 12 है, जो संसद की कुल सदस्य संख्या का 2.21 फीसदी है. पिछली बार ये संख्या 22 यानी 3.94% थी. नए सदन में दो क्रिकेटरों समेत तीन खिलाड़ी भी हैं, जबकि 17वीं लोकसभा में 6 खिलाड़ी थे.
कुछ सांसद ऐसे भी हैं, जिनका पेशा अपरंपरागत (Unconventional) है, जैसे- तेलुगू देशम पार्टी के जीएम हरीश बालयोगी ने खुद को टेक्नोलॉजिस्ट बताया है. निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह ने जेल से चुनाव लड़ा था. उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में अपना पेशा माता-पिता पर आश्रित बताया है.
पिछली लोकसभा में ऐसे कई सांसद थे जिनका पेशा सामान्य से अलग था, जिनमें दूरदर्शन के पूर्व महानिदेशक और भारतीय वायुसेना के लड़ाकू पायलट से लेकर भिक्षाटन (भिक्षा पर निर्भर) और हेज फंड मैनेजर से लेकर शारीरिक शिक्षा देने वाले टीचर तक शामिल थे.