menu-icon
India Daily

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़, एक जवान शहीद

मुठभेड़ घने जंगल से घिरे एक ऊंचे इलाके में हो रही है, इस इलाके में कई प्राकृतिक गुफाएं और ठिकाने हैं, जिनका इस्तेमाल अक्सर आतंकवादी सुरक्षा बलों से बचने के लिए करते हैं. यह ताजा मुठभेड़ पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद हुई है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. 

auth-image
Edited By: Reepu Kumari
Encounter started between security forces and terrorists in Udhampur of Jammu and Kashmir.
Courtesy: Pinterest

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक जवान शहीद हो गए हैं. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में गुरुवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जिले के डुडू-बसंतगढ़ क्षेत्र में गोलीबारी जारी है. यह इलाका, जो अपने खतरनाक इलाके और घने जंगल के लिए जाना जाता है. भारतीय सेना की 9 कोर के अधिकार क्षेत्र में आता है, जबकि यह 16 कोर की परिचालन सीमा से भी सटा हुआ है. भारतीय सेना के अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर शुरू किया गया था.

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि इलाके में कम से कम दो आतंकवादी देखे गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति और घने जंगल में घात लगाकर हमला किए जाने की संभावना के कारण सुरक्षा बल सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं.

घने जंगलों के बीच मुठभेड़

यह मुठभेड़ घने जंगल से घिरे एक ऊंचे इलाके में हो रही है, इस इलाके में कई प्राकृतिक गुफाएं और ठिकाने हैं, जिनका इस्तेमाल अक्सर आतंकवादी सुरक्षा बलों से बचने के लिए करते हैं. यह ताजा मुठभेड़ पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद हुई है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. 

पहलगाम हमले के बाद घाटी में लगातार मुठभेड़ें

इससे पहले बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई थी. अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने कुलगाम जिले के तंगमर्ग इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी करने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई. 

पहलगाम आतंकी हमला 

22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे और एक दर्जन से ज़्यादा लोग घायल हुए थे. 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यह सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक रहा है. हालाँकि, सरकार ने अभी तक पहलगाम में हुए आतंकी हमले में हताहतों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने ज़िम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया. हमले के बाद से सुरक्षा बढ़ा दी गई है, इलाके से मिली तस्वीरों में आमतौर पर चहल-पहल वाले पर्यटक क्षेत्र की सड़कें सुनसान दिखाई दे रही हैं. हमले के बाद कई संगठनों ने जम्मू बंद का आह्वान भी किया है.