Electoral Bonds: इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने जारी किया डेटा, किस पार्टी को कितना मिला चंदा?
Electoral Bonds : इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) ने इलेक्टोरल बॉन्ड (चुनावी चंदा) का एक और डेटा जारी कर दिया है. आयोग की ओऱ से जारी नए डेटा में किस राजनीतिक पार्टी को कितना चंदा मिला है, इसकी जानकारी दी गई है.
Electoral Bonds: इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ECI) ने डेटा जारी कर बताया है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए किस पार्टी को कितना चंदा मिला. ECI के मुताबिक, BJP को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सबसे अधिक 6986.5 करोड़ रुपये मिले है. सबसे ज्यादा दान देने वालों में फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज का नाम है. फ्यूचर गेमिंग के मालिक सेंटियागो मार्टिन ने DMK को 509 करोड़ रुपये का दान दिया है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये डेटा इलेक्शन कमीशन की ओर से जारी किए गए कुल 523 मान्यता प्राप्त और गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के डेटा का हिस्सा है. पिछले सप्ताह चुनाव आयोग की ओर से भी डेटा जारी किया गया था. इसमें किस कंपनी ने कितने के चुनावी बॉन्ड खरीदे और किस पार्टी ने कितने के चुनावी बॉन्ड इनकैश कराए, इसकी जानकारी थी. चुनाव आयोग को ये डेटा भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की से सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उपलब्ध कराई गई थी. SBI ही चुनावी बॉन्ड बेचने और इनकैश कराने के लिए एकमात्र अधिकृत बैंक है. आइए, जानते हैं कि इलेक्शन कमीशन की ओर से औऱ क्या जानकारी दी गई.
- ED की जांच के तहत सैंटियागो मार्टिन से जुड़े फ्यूचर गेमिंग ने DMK की ओर से बताए गए 656.5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड में 77 प्रतिशत से ज्यादा का योगदान दिया.
- फ्यूचर गेमिंग की ओर से खरीदे गए बाकी के 859 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड की जानकारी नहीं मिल पाई है. क्योंकि अधिकांश राजनीतिक दलों की ओर से दानकर्ता की अधूरी जानकारी दी गई है.
- 2018 में चुनावी बॉन्ड की शुरुआत के बाद से कुल 6,986.5 करोड़ रुपये प्राप्त करने के मामले में भाजपा सबसे आगे है.
- चुनाव आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (TMC) 1397 करोड़ के साथ दूसरे नंबर पर, 1,334 करोड़ के साथ कांग्रेस तीसरे नंबर पर, 1,322 करोड़ के साथ भारत राष्ट्र समिति (BRS) चौथे नंबर पर है.
- ओडिशा की बीजू जनता दल (BJD) पांचवें स्थान पर है, जिसे 944.5 करोड़ रुपये मिले हैं. जबकि डीएमके को 656.5 करोड़ रुपये और आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस को लगभग 442.8 करोड़ रुपये मिले हैं. DMK चुनावी बॉन्ड के जरिए दान प्राप्त करने में छठे नंबर पर जबकि जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस 7वें नंबर पर है.
- अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने 10.84 करोड़ के कुल दान का खुलासा किया, जिसमें गुमनाम रूप से 'डाक' प्राप्त हुआ है.
- DMK की ओर से चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक, उसे जिसने दान दिया है, उसका खुलासा कर दिया गया है.
- भाजपा, कांग्रेस और टीएमसी जैसी प्रमुख पार्टियों ने चुनाव आयोग को अपने दानदाताओं की पूरी जानकारी नहीं दी है.
- तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने कुल 181.35 करोड़, शिवसेना ने 130.38 करोड़, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने 56 करोड़, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 50.51 करोड़, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने 15.5 करोड़, समाजवादी पार्टी (एसपी) को 14.05 करोड़, अकाली दल को 7.26 करोड़, AIADMK को 6.05 करोड़, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) को 50 लाख और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को 50 लाख मिले हैं.
- AAP ने कुल दान का आंकड़ा नहीं दिया है, लेकिन SBI के रिकॉर्ड से पता चलता है कि उसे 65.45 करोड़ रुपये दान के रूप में मिले. चुनाव आयोग के साथ फाइलिंग के बाद 3.55 करोड़ रुपये का हिसाब लगाने के बाद , AAP को प्राप्त कुल राशि 69 करोड़ रुपये है.
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