लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती से एक दिन पहले केंद्रीय चुनाव आयोग के अधिकारियों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उपलब्धियां गिनाईं. राजीव कुमार ने कहा कि इस बार कहीं चुनावी हिंसा नहीं हुई और जम्मू-कश्मीर में भी जमकर वोट डाले गए. इस बार रीपोलिंग भी बहुत कम हुई क्योंकि दो साल से तैयारी की गई थी. उन्होंने बताया कि इस बार 64.2 करोड़ लोगों ने वोट डाले जो कि G7 देशों से डेढ़ गुना और यूरोपीय यूनियन के देशों से ढाई गुना ज्यादा है.
देश के लोगों और मतदानकर्मियों की तारीफ करते हुए राजीव कुमार ने कहा, 'हम अपने मतदाताओं को स्टैंडिंग ओवेशन देना चाहते हैं कि उन्होंने इतना बड़ा काम किया. हम अपने देश की महिलाओं की तारीफ करना चाहते हैं कि उन्होंने बढ़-चढ़कर वोट किया. हमें इसका जश्न मनाना चाहिए और इसकी तारीफ करनी चाहिए.'
राजीव कुमार ने कहा, 'हमने इस बार 64.2 करोड़ वोट डालकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है. यह ऐतिहासिक है. G7 देशों को मिला लें तो उससे भी 1.5 गुना ज्यादा वोट डाले गए. यूरोपीय यूनियन के 27 देशों से ढाई गुना ज्यादा वोट डाले गए. दुनिया में कहीं पर भी किसी भी चुनाव में इतने वोट नहीं डाले गए हैं. यह भारत के मतदाताओं की शक्ति है. देखते हैं अगली बार क्या होता है.'
#WATCH | Delhi | Voter turnout in Jammu & Kashmir is highest in the last four decades in this Lok Sabha elections, says CEC Rajiv Kumar. pic.twitter.com/KwD1L40UM2
— ANI (@ANI) June 3, 2024
मतदानकर्मियों की तारीफ करते हुए राजीव कुमार ने कहा, 'घनघोर मेहनत और मतदानकर्मियों की बदौलत इस साल बेहद कम रीपोल्स हुए हैं. 2019 में कुल 540 जगहों पर फिर से वोटिंग करानी पड़ी थी जबकि इस बार 39 जगहों पर ही ऐसा हुआ. इसमें से भी 25 जगहें अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर की हैं क्योंकि वहां दूरी बेहद ज्यादा थी. यानी बाकी के देश में सिर्फ 14 जगहों पर रीपोलिंग करवाई गई. 27 राज्य ऐसे हैं जहां कोई रीपोलिंग नहीं हुई. ऐसा पहली बार हुआ है.'
राजीव कुमार ने आगे कहा, 'इस बार जम्मू-कश्मीर में ओवरऑल 58.58 पर्सेंट वोटिंग हुई और घाटी में ही 51.05 पर्सेंट वोटिंग हुई. हमने भविष्य को लेकर लोगों की आंखों में चमक देखी है. जब हम चुनाव कराने के लिए मार्च में गए थे तो हमसे सवाल पूछे जा रहे थे कि कब चुनाव कराएंगे. अब हम कह रहे हैं कि वहां के लोग तैयार हैं और अब हम वहां चुनाव कराएंगे.'