दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले EC का होम वर्क पूरा, वोटर्स की फाइनल लिस्ट जारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज होती जा रही है. पहले पार्टियों द्वारा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई. उसके बाद चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं की फाइनल सूची जारी कर दी गई है. इस लिस्ट में वोटर्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है.

Election Commission of India: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई. हालांकि अभी तक चुनाव की तारीख घोषित नहीं की गई है लेकिन अगले महीने में चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है. चुनाव को लेकर पार्टियां और चुनाव आयोग भी अपनी तैयारी करनी शुरू कर दी है. आम आदमी पार्टी ने अपने सभी उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार दिया गया है. वहीं विरोधी पार्टियों ने भी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करनी शुरू कर दी है. इसी बीच चुनाव आयोग द्वारा वोटरों की फाइनल लिस्ट जारी की गई है.
चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई लिस्ट में इस बार राष्ट्रीय राजधानी में कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर बताए गए हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 और वहीं महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 बताई गई है. इसके अलावा लिस्ट में 1,261 थर्ड जेंडर बताए गए हैं. 2020 की तुलना में इस साल 7.26 लाख और वहीं पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के मुकाबले 3.10 लाख वोटर्स की संख्या बढ़ गई है.
वोटर्स लिस्ट पर बवाल
दिल्ली के वोटर्स की संख्या को लेकर पहले से विवाद जारी है. इसी बीच चुनाव आयोग ने फाइनल लिस्ट घोषित कर दिया. कुछ दिनों पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बीजेपी पर वोटर लिस्ट से वोटरों के नाम हटाने का आरोप लगाया था. केजरीवाल की ओर से कहा गया कि बीजेपी ने नाम हटाने के लिए अर्जियां दाखिल की है.
वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए दावा किया था कि ये अर्जियां असल में आम आदमी पार्टी द्वारा की गई थी, ताकी वो इसका आरोपी बीजेपी पर लगा सकें. मीडिया से बात करते हुए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा था कि आप ने लोकसभा सेक्रेटरी उत्पल कुमार का नाम हटाने के लिए भी अर्जी दायर की है. साथ ही आप ने सुलेमान अंसारी और नेवी वाइस एडमिरल संजय भल्ला के नाम को भी हटाने की साजिश की है.
नेताओं के बीच बयानबाजी तेज
दिल्ली चुनाव से पहले नेताओं की बयानबाजी भी तेज हो गई है. बीजेपी नेता और कालकाजी से चुनावी मैदान में उतरे पार्टी के उम्मीदवार ने दिल्ली की मुख्यंत्री आतिश को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आतिशी ने अपने पिता के नाम को बदल लिया है. आतिशी जो पहले मार्लेना हुआ करती थीं, अब सिंह बन चुकी है. उनके द्वारा दिए गए इस बयान के बाद एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है.