नई दिल्ली: केंद्र के खिलाफ अपने तीखे प्रहार करने के लिए मशहूर वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने EVM दुरुपयोग पर चिंता जताई है. दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोगपर कथित चुनावी कदाचार और मतपत्र प्रणाली की बहाली पर विपक्ष की दलीलों को अनसुना करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा "INDIA गठबंधन के राजनीतिक दल चुनाव आयोग से अगस्त से मिलने का समय मांग रहे हैं लेकिन वे इतने व्यस्त हैं कि उन्हें विपक्ष से मिलने का समय तक नहीं है! क्या माननीय CJI इसे संज्ञान में लेंगे? ECI हमेशा से कह देते हैं Supreme Court ने EVM पर अपना फैसला सुना दिया है. क्या माननीय CJI महोदय चुनाव आयोग आपके कहने पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से EVM के विषय अपने प्रश्नों का उत्तर भी ना मांगे? यह कहाँ का न्याय है?"
INDIA गठबंधन के राजनीतिक दल @ECISVEEP चुनाव आयोग से अगस्त से मिलने का समय माँग रहे हैं लेकिन वे इतने व्यस्त हैं कि उन्हें विपक्ष से मिलने का समय तक नहीं है!! क्या माननीय CJI इसे संज्ञान में लेंगे? ECI हमेशा से कह देते हैं Supreme Court ने EVM पर अपना फ़ैसला सुना दिया है। क्या…
— digvijaya singh (@digvijaya_28) December 31, 2023
इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में प्रस्ताव पारित
भारत के सर्वोच्च न्यायालय और विभिन्न उच्च न्यायालयों ने बार-बार मशीनों की जांच की है और ईसीआई ईवीएम में अपना विश्वास दोहराया है. वहीं इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया कि ईवीएम की कार्यप्रणाली पर संदेह है. प्रस्ताव में कहा गया कि भारत की पार्टियां दोहराती हैं कि ईवीएम की कार्यप्रणाली पर कई संदेह हैं. इन्हें कई विशेषज्ञों और पेशेवरों ने भी उठाया है. मतपत्र प्रणाली की वापसी की व्यापक मांग है. वीवीपैट पर्ची को बॉक्स में गिराने के बजाय, इसे मतदाता को सौंप दिया जाना चाहिए, जो अपनी पसंद को सत्यापित करने के बाद इसे एक अलग मतपेटी में रखेगा. वीवीपैट पर्चियों की 100 प्रतिशत गिनती होनी चाहिए.