Electoral Bonds: इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार, चुनाव आयोग द्वारा चुनावी बांड को लेकर किए गए खुलासे से पता चला है कि अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 के बीच कुल 333 व्यक्तियों ने 358.91 करोड़ रुपए के चुनावी बांड खरीदे. इन 333 व्यक्तियों में से 15 नाम काफी प्रसिद्ध हैं और बड़ी कॉर्पोरेट संस्थाओं में उच्च पदों पर बैठे हुए हैं. इन 358.91 करोड़ के बांड में से अकेले 44.2% (158.65) के बांड केवल इन्हीं 15 लोगों ने खरीद लिए.
कौन हैं ये 15 लोग
फ्यूचर गेमिंग ने दिया सबसे ज्यादा चंदा
रविवार को चुनाव आयोग ने जो चुनावी बांड का डेटा जारी किया था उसके अनुसार, लॉटरी किंग सेंटियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग कंपनी चुनावी बांड की सबसे बड़ी खरीदार थी. कंपनी ने 1,368 करोड़ के चुनावी बांड खरीदे थे जिसकी 37 प्रतिशत रकम डीएमके के खाते में गई थी. यह डिटेल 12 अप्रैल 2019 से पहले तक की है. इसके बाद की तारीख की चुनावी बांड की जानकारी चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते सार्वजनिक की थी.
डीएमके को दिए 509 करोड़
फ्यूचर गेमिंग कंपनी ने तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को चुनावी बांड के जरिए 509 करोड़ दान किए थे. इसके अलावा एमके स्टालिन की पार्टी डीएम को मेघा इंजीनियरिंग ने 105 करोड़, इंडिया सीमेंट ने 14 करोड़ और सन टीवी ने 100 करोड़ का दान दिया था.
किस पार्टी को मिला कितना चंदा
डाटा के अनुसार चुनावी बांड से सबसे ज्यादा 6.986.5 करोड़ का चंदा बीजेपी को मिला है. वहीं 1,397 करोड़ के चंदे के साथ टीएमसी दूसरे, 1,334 करोड़ के चंदे के साथ कांग्रेस तीसरे और 1,322 करोड़ के चंदे के साथ बीआरएस सर्वाधिक चंदा लेने के मामले में चौथे नंबर पर है.