'ओसामा लादेन को मारा और... तो औरंगजेब का महिमामंडन क्यों?' मुगल शासक की कब्र को लेकर बोले एकनाथ शिंदे, दिया गजब का एग्जांपल
Eknath Shinde on Nagpur violence: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि यह हिंसा एक पूर्व-नियोजित साजिश थी और इसे फिल्म "छावा" से जोड़ा, जो छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है.
Eknath Shinde on Nagpur violence: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने को औरंगजेब के मकबरे को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसका तुलना ओसामा बिन लादेन की मौत से की. उन्होंने अमेरिका के ओसामा बिन लादेन के दफनाने के तरीके का जिक्र किया. शिंदे ने कहा कि अमेरिका ने ओसामा को अपनी जमीन पर दफनाने से इनकार किया और उसे समुद्र में फेंक दिया ताकि उसकी महिमा न हो सके. अमेरिका ने उसकी कब्र नहीं बनने दी थी.
शिंदे ने विधान परिषद में एक बहस के दौरान यह बयान दिया. उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के MLC अनिल परब पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि औरंगजेब को क्यों महिमामंडित किया जा रहा है, खासकर जब दक्षिणपंथी समूहों ने उसके मकबरे को हटाने की मांग की है.
औरंगजेब कौन है- एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा, "औरंगजेब कौन है? हम उसे राज्य में क्यों महिमामंडित करें? वह हमारे इतिहास पर धब्बा है."
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि औरंगजेब ने मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज को इस्लाम स्वीकार करने का विकल्प दिया था. लेकिन जब संभाजी ने मना कर दिया तो उन्हें बर्बरतापूर्वक यातना दी गई और उन्हें मार दिया गया.
शिंदे ने महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष हर्षवर्धन सापकल द्वारा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार की तुलना औरंगजेब के शासन से करने पर भी आलोचना की. शिंदे ने सवाल किया, "क्या फडणवीस ने कभी औरंगजेब की तरह अपने दुश्मनों को यातना दी?"
नागपुर हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए एकनाथ शिंदे ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि पुलिस यह जांच कर रही है कि यह घटना किसी सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी या नहीं. उन्होंने बताया कि इस हिंसा में 34 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
नागपुर के महल क्षेत्र में सोमवार की शाम बजे के करीब हिंसा भड़की, जब यह अफवाह फैल गई कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) के विरोध प्रदर्शन के दौरान एक धार्मिक ग्रंथ को जलाया गया था. इस विरोध में औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग की जा रही थी. इसके बाद, 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया और नागपुर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया.