नई दिल्ली: ED की एक टीम ने शुक्रवार को नगरपालिका नौकरी घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल में विभिन्न जगहों पर छापेमारी को अंजाम दिया. जो कथित तौर पर 2014 और 2018 के बीच कई नगर निकायों में हुआ था. मिल रही जानकारी के मुताबिक बंगाल अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बोस से जुड़े दो परिसरों और तृणमूल विधायक तापस रॉय और उत्तरी दम दम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुबोध चक्रवर्ती से जुड़े एक-एक परिसर की तलाशी ली जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी की टीम नगर निगम नौकरी घोटाले की जांच के सिलसिले में छापेमारी के लिए सुबह लगभग 6.40 बजे पहुंची.
अप्रैल 2023 में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने नगर पालिकाओं की भर्ती में हुए अनियमितताओं की जांच करने का निर्देश सीबीआई को दिया था. दोनों जांच एजेंसियां ईडी और सीबीआई नागरिक निकायों की ओर से की गई भर्तियों में अनियमितताओं की जांच कर रही हैं. 7 जून को सीबीआई ने 16 स्थानों पर छापेमारी की और नादिया, हुगली और उत्तरी 24 परगना जिलों और साल्ट लेक नगर पालिका में कई नागरिक निकायों से दस्तावेज़ जब्त किए. मामले की सीबीआई जांच को चुनौती देने वाली पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका को अगस्त 2023 में कलकत्ता कोर्ट ने खारिज कर दिया था. ED ने भर्ती मामले में 5 अक्टूबर को खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष के आवास सहित कई स्थानों की तलाशी ली थी.
राज्य की नगर पालिकाओं में भर्ती में कथित अनियमितताओं के संबंध में राज्य के अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के मंत्री सुजीत बोस को पिछले साल सीबीआई ने तलब किया था. बोस ने दावा किया था कि उन्हें सीबीआई से कोई समन नोटिस नहीं मिला. अगर उन्हें कोई नोटिस मिलेगा तो वह जांच एजेंसी के सामने पेश होंगे. उन्होंने खुद को निशाना बनाने की राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया. बंगाल सरकार के मंत्री सुजीत बोस साल 2010 से 2021 तक दक्षिण दम दम नगर पालिका के उपाध्यक्ष थे, जब लगभग 250 लोगों को कथित तौर पर बेईमानी तरीके से नगर निकाय में भर्ती किया गया था.
यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब केंद्रीय एजेंसी पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में कथित भर्ती घोटाले की चल रही जांच के सिलसिले में कोलकाता और उसके आसपास के कुछ हिस्सों में तलाशी और जब्ती कर रही है. बीते दिनों पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के संदेशखली गांव में ईडी की एक टीम पर हमला किया गया और उसके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जब कथित राशन घोटाला मामले में ED ने TMC ब्लॉक स्तर के नेताओं के आवास पर छापेमारी को अंजाम दिया था.