प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इरोस इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड और इससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ 2,000 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा कानून उल्लंघन के मामले में छापेमारी की. ईडी ने शुक्रवार को इस कार्रवाई की जानकारी दी, जिसमें विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत मुंबई में पांच स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया.
प्रवर्तन निदेशालय ने 5 फरवरी को मुंबई के पांच अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान विदेशी कंपनियों, अचल संपत्तियों, विदेशी बैंक खातों और डिजिटल उपकरणों से जुड़े कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए.
फंड हेरफेर का आरोप
ईडी के अनुसार, यह छापेमारी इरोस इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड और इससे जुड़ी अन्य कंपनियों द्वारा कथित तौर पर कोष के हेरफेर को लेकर की गई जांच का हिस्सा है. हालांकि, इरोस इंटरनेशनल से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई.
सेबी की जांच के आधार पर कार्रवाई
ईडी ने बताया कि यह जांच भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा की गई प्रारंभिक जांच पर आधारित है. सेबी की जांच में वित्तीय अनियमितताओं और लगभग 2,000 करोड़ रुपये के कोष के ‘हस्तांतरण/गबन’ का आरोप लगाया गया था.
इरोस इंटरनेशनल का परिचय
इरोस इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड भारतीय फिल्म निर्माण और वितरण क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी है. यह दुनियाभर में विभिन्न प्लेटफार्मों पर भारतीय फिल्मों के सह-निर्माण, खरीद और वितरण का कार्य करती है. इसमें थिएटर, टेलीविजन सिंडिकेशन और डिजिटल प्लेटफॉर्म शामिल हैं.
बढ़ती जांच और संभावित प्रभाव
ईडी की इस कार्रवाई के बाद इरोस इंटरनेशनल और उससे जुड़ी कंपनियों के वित्तीय लेन-देन को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. यह मामला भारतीय वित्तीय नियामकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सतर्कता को दर्शाता है, जिससे भविष्य में अन्य कंपनियों के लिए भी सख्त नियम लागू हो सकते हैं.