Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को भूकंप से एक बार फिर धरती कांप उठी. भूकंप के झटके काफी देर तक महसूस किए गए. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के पीर पंजाल क्षेत्र के दक्षिण में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप से फिलहाल किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद में था और हिंदुकुश क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 रही. भूकंप के ये झटके केवल भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी महसूस किए गए.
Earthquake of magnitude 6.1 on Richter scale hits Afghanistan, tremors felt in North India pic.twitter.com/P3wHPxnVYg
— ANI (@ANI) January 11, 2024
बता दें कि एक्सपर्ट दिल्ली-एनसीआर के भूकंप को लेकर पहले ही चेतावनी जारी कर चुके हैं. जिनका कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में कभी भी बड़ा भूकंप आ सकता है.
भूकंप क्यों और कैसे आता है इसे समझने के लिए हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा. पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं. कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं. बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है. जब इससे डिस्टर्बेंस बनता है तो इसके बाद भूकंप आता है.
- अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. अगर कोई मेज या ऐसा फर्नीचर ना हो तो अपने चेहरे और सिर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
- अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
- अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
- अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी ना जलाएं, ना तो हिलें और ना ही किसी चीज को धक्का दें.
- मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें.