पहलगाम आंतकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को जोरजार जवाब दे रहा है. दोनों देश के बीच तनाव चरम पर है. भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सभी मौजूदा वीजा रद्द करने के एक दिन बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी मुख्यमंत्रियों को निर्देश दिया कि वे पड़ोसी देश के नागरिकों की पहचान करें और उन्हें तुरंत अपने-अपने राज्यों से हटाएं.
शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को उन्हें निर्वासित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया. पहलगाम आतंकवादी हमलों के मद्देनजर भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने को कहा है.
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा, पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर सुरक्षा पर कैबिनेट समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के क्रम में भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है. इसके अतिरिक्त, भारत ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा न करने की सलाह दी है. पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द करने का हालिया कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब भारत ने इस्लामाबाद के खिलाफ हमले शुरू कर दिए हैं. जिसमें 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करना, अटारी भूमि-पारगमन चौकी को बंद करना शामिल है.
पहलगाम हमला में पाकिस्तान का हाथ!
यह हमला मंगलवार को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर की गई गोलीबारी के बाद किया गया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. पर्यटकों के अनुसार, आतंकवादियों ने हिंदू पुरुष पर्यटकों को निशाना बनाया और उन्हें गोली मार दी. एक आतंकवादी ने एक महिला से कहा कि "जाओ और (प्रधानमंत्री) मोदी को बताओ."
घटनास्थल पर मौजूद एक महिला ने बताया कि आतंकवादी अचानक आए और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. उनमें से कुछ ने गोलियां चलाईं, जबकि अन्य ने वहां मौजूद हिंदुओं को पकड़ लिया और उन्हें अज़ान पढ़ने के लिए मजबूर किया. इसके बाद उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी और मेरे पिता और चाचा को गोली मार दी.