गर्ल्स हॉस्टल में नाबालिग लड़कियों से यौन उत्पीड़न का आरोप, डॉक्टर बेटे की मदद करती थी स्कूल की प्रिंसिपल मां
Crime News: एक गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. इस सबमें उसका साथ देने वाली उसकी मां को भी गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. हॉस्टल में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक की लड़कियां रहती हैं.
तमिलनाडु में एक डॉक्टर को नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, उसकी मां एक स्कूल की हेड मिस्ट्रेस है और वह भी अपने बेटे की इन करतूतों में उसकी मदद करती थी. यह डॉक्टर एक स्कूल के गर्ल्स हॉस्टल की नाबालिग लड़कियों को अपना शिकार बनाता था. अब पुलिस ने मां-बेटे की इस जोड़ी को गिरफ्तार कर लिया है और दोनों को तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. यह मामला तब खुला जब चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके इसके बारे में सूचना दी गई है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, फोन आने के बाद जिला बाल सुरक्षा अधिकारी ने अन्य अधिकारियों की मदद से लड़कियों से बात की. इसी बातचीत में खुलासा हुआ कि डैनियल लंबे समय से लड़कियों का यौन उत्पीड़न कर रहा है. बताया गया है कि 2021 में आरोपी सैमसन ने अपनी सरकारी सर्विस शुरू की थी. रिपोर्ट के मुताबिक, इस गर्ल्स हॉस्टल में कक्षा 1 से 5 तक की लड़कियां रहती हैं . कहा गया है कि सैमसन लड़कियों की मेडिकल जांच और अन्य चीजों के बहाने यहां आता था और लड़कियों का उत्पीड़न करता था.
पुलिस ने क्या बताया?
इस घटना के बारे में त्रिची सिटी की पुलिस ने बताया है, '31 साल के डॉक्टर एस सैमसन डैनियल को त्रिची के एक सरकारी एडेड स्कूल के हॉस्टल की नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उसके खिलाफ POCSO के तहत केस दर्ज किया गया है. उसकी मां एस ग्रेस सागयरानी इसी स्कूल की हेड मिस्ट्रेस है और उसे अपने बेटे की काली करतूतों को छिपाने और उसकी मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों को तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.'
इस मामले की जांच करने वाले एक अधिकारी ने बताया कि तिरुचरापल्ली में ट्रांसफर होने से पहले सैमसन थूथीकुडी में काम करता था. उसने पुडुचेरी से अपनी मेडिकल की डिग्री हासिल की है.