CM फेस के लिए MVA में रार, क्या विधानसभा चुनाव से पहले टूट जाएगा शरद, उद्धव और कांग्रेस का गठबंधन?

Maha Vikas Aghadi: महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन में हलचल चल रही है. गठबंधन में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर खींचतान की खबरें सामने आ रही हैं. कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) की पार्टी चाहती है कि जिस पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें मिले मुख्यमंत्री उसी पार्टी से बने, जबकि, शिवसेना (UBT) चाहती है चुनाव से पहले सीएम फेस होना जरूरी है. इससे चुनाव में फायदा होगा.

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Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों का दौर शुरू हो चुका है. राजनीतिक दल अपने दांव पेंच लगाना शुरू कर चुकी है. महा विकास अघाड़ी गठबंधन में फूट पड़ने की खबर सामने आ रही है. अभी तक सीट बंटवारे को लेकर हलचल चल रही थी. अब मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर झगड़े की खबर सामने आ रही है. विधानसभा चुनाव में सीएम पद के चेहरे को लेकर शुक्रवार को महा विकास अघाड़ी में खींचतान की खबरें सामने आ रही है. 

कांग्रेस के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र में परंपरा रही है कि गठबंधन में जो पार्टी ज्यादा सीटें जीतती है, उसे सीएम पद मिलता है. मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला उस पार्टी के शीर्ष नेता करते हैं. वहीं शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष को एक चेहरे की जरूरत है.

संजय राउत बोले- ज्यादा सीटें जीतने के लिए सीएम फेस जरूर 

संजय राउत ने कहा कि वे शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं कर रहे हैं. लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि उद्धव ठाकरे ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ लगातार आवाज उठाई है. 

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन के पीएम पद का चेहरा बन जाते तो कांग्रेस को और सीटें मिल सकती थी. इसलिए महाविकास अघाड़ी को सीएम पद के चेहरे की जरूर है. जल्द ही लोगों को MVA के सीएम पद के चेहरे के बारे में पता चल जाएगा. 

जिस पार्टी की ज्यादा सीटें उसका मुख्यमंत्री

चुनावों से पहले सीएम चेहरे की घोषणा करना MVA के भीतर एक विवादास्पद मुद्दा बन गया है. शिवसेना (यूबीटी) उद्धव को एमवीए के सीएम चेहरे के रूप में पेश करने की इच्छुक है. लेकिन कांग्रेस और NCP (शरद पवार) इसके खिलाफ हैं. दोनों पार्टियां चाहती हैं कि सीएम पर कोई भी फैसला चुनाव परिणामों के बाद लिया जाना चाहिए. जिस पार्टी को सबसे अधिक सीटें मिलेंगी उसी पार्टी से मुख्यमंत्री बनेगा. 

दिल्ली की यात्रा में उद्धव ने दिए थे संकेत

शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इसी हफ्ते दिल्ली का दौरा किया था. उन्होंने इंडिया गंठबंधन के प्रमुख नेताओंं से मुलाकात भी की. कांग्रसे के नेताओं से मुलाकात के दौरान उद्धव ने ये संकेत दिया था कि अगर MVA  के नेता उनके नाम का समर्थन करने के लिए सहमत होते हैं तो वे एमवीए के सीएम चेहरे बनने के लिए तैयार हैं. 

उद्धव ठाकरे ने कहा  था- अगर मेरे पूर्व सहयोगी कह रहे हैं कि मैंने सीएम पद पर रहते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है, तो उन्हें केवल तभी कहना चाहिए जब वे मुझे फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. मैं किसी भी जिम्मेदारी से पीछे हटने वाला नहीं हूं."