नई दिल्ली: हरियाणा के नूंह में एक धार्मिक यात्रा के दौरान 31 जुलाई को हुई हिंसा को लेकर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का एक बड़ा बयान सामने आया है. उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हिंसा के लिए प्रशासन की नाकामियों को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि एडिशनल डीजीपी को आयोजकों ने जुलूस में 3200 लोगों शामिल होने की जानकारी दी थी और उसी हिसाब ले पुलिस बल की तैनाती की गई थी. उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन स्थिति को भांपने में असफल रहा.
छुट्टी पर थे नूंह एसपी
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जिस दिन यह हिंसा हुई उस दिन नूंह के एसपी छुट्टी पर थे और जिस अधिकारी को प्रभार दिया गया था वह स्थिति को भांप नहीं पाए. जिस अधिकारी ने इस जुलूस की मंजूरी दी थी, वह भी स्थिति को समझ नहीं पाए. दुष्यंत चौटाला ने आगे कहा कि इस पूरे मामले में अभी जांच जारी है.
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7 घंटे के भीतर स्थिति पर काबू पाया गया
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नूंह हिंसा पर सात घंटे के भीतर ही काबू पा लिया गया था. अन्य राज्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में इस तरह की घटनाएं दो-तीन हफ्तों तक देखने को मिली है. दुष्यंत चौटाला ने कहा यह हमारी क्षमता है कि हम हालात पर काबू पाने में सफल रहे.
जानिए क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि नूंह में 31 जुलाई को एक धार्मिक यात्रा के दौरान दो गुटों के बीच हिंसा भड़की थी. इस हिंसा में होमगार्ड के दो जवान समेत 6 लोगों की मौत हो गई थी. हालात को देखते हुए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी. आपको बता दें नूंह जिले में फिलहाल 11 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं प्रतिबंधित है. इस हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और 142 एफआईआर दर्ज की गई है.
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