Lok Sabha 2025: समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में केंद्र सरकार से आग्रह किया कि सांसद क्षेत्रीय विकास निधि को वर्तमान में मिलने वाले पांच करोड़ रुपये से बढ़ाकर 25 करोड़ रुपये किया जाए या फिर इसे पूरी तरह समाप्त कर दिया जाए.
बजट सत्र के दौरान चर्चा में भाग लेते हुए कैराना से सपा सांसद इकरा चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधायकों को मिलने वाली विकास निधि भी पांच करोड़ रुपये वार्षिक है, जबकि सांसदों के लिए भी यही सीमा निर्धारित है. उन्होंने इस असमानता को दूर करने की जरूरत बताते हुए कहा, "मेरी मांग है कि सांसद निधि को 25 करोड़ रुपये किया जाए या इसे समाप्त कर दिया जाए."
बजट पर साधा निशाना
सांसद इकरा चौधरी ने मौजूदा बजट की आलोचना करते हुए इसे केवल सुर्खियां बटोरने का प्रयास बताया. उन्होंने कहा कि यह बजट भविष्य के निर्माण की दिशा में कोई ठोस कदम उठाने के बजाय सिर्फ प्रचार पर आधारित लगता है.
मध्यम वर्ग को सीमित राहत, बेरोजगारी पर चुप्पी
उन्होंने कहा कि इस बजट में केवल उन्हीं लोगों को राहत दी गई है, जिनकी आय 12 लाख रुपये तक है, जबकि बड़ी आबादी को इससे बाहर रखा गया है.
इसके साथ ही, उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह बजट समावेशी नहीं है और इसमें बेरोजगारी की समस्या का कोई ठोस समाधान प्रस्तुत नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार देने की दिशा में सरकार ने कोई ठोस नीति नहीं बनाई है, जिससे देश की बढ़ती बेरोजगारी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
निधि बढ़ाने की मांग को लेकर चर्चा जारी
इकरा चौधरी की इस मांग को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं. विपक्षी दलों का भी मानना है कि सांसद निधि की राशि बढ़ाई जानी चाहिए ताकि क्षेत्रीय विकास के कार्यों को और प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सके. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मांग पर क्या रुख अपनाती है.