दिल्ली के लोग पानी के लिए प्यासे हैं. दूसरी तरफ दिल्ली सरकार कभी हरियाणा सरकार को कोस रही है तो कभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर साजिश का आरोप लगा रही है. बीजेपी और कांग्रेस भी सड़क पर उतर गई हैं और आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. अब दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख डाली है. आतिशी ने इस चिट्ठी में मांग की है कि दिल्ली को पानी मुहैया करवाया जाए. इतना ही नहीं, आतिशी ने यह भी कह दिया है कि अगर दिल्ली को पानी नहीं मिला तो वह 21 जून से सत्याग्रह पर बैठ जाएंगी. आतिशी ने पीएम मोदी से अपील की है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें और हरियाणा से दिल्ली को पानी दिलवाएं.
दरअसल, दिल्ली में यमुना नदी पर बने वजीराबाद बैराज से ही कई वाटर प्लांट को पानी की सप्लाई होती है. इस साल यमुना का जलस्तर कम हो गया है. इस पर दिल्ली की सरकार का कहना है कि हरियाणा से उसके हिस्से का पानी ही नहीं छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते पानी की कमी हो रही है. दिल्ली सरकार का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद हरियाणा और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों से उसके हिस्से का पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. इसी मामले में अब आतिशी ने पीएम मोदी से मदद मांगी है.
"दिल्लीवालों का कष्ट मैं सहन नहीं कर सकती। अब अगर 21 जून तक दिल्ली के हक़ का पानी नहीं मिला तो मैं अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूँगी।"
— AAP (@AamAadmiParty) June 19, 2024
इस भीषण गर्मी में भी हरियाणा की BJP सरकार से दिल्ली के हक़ का पानी ना मिलने की स्थिति में दिल्ली की जल मंत्री @AtishiAAP जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र… pic.twitter.com/vzSm9Yifr2
आतिशी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, 'दिल्ली में इतनी गर्मी पिछले 100 सालों में नहीं पड़ी. ऐसे में पानी की जरूरत बढ़ गई है और दिल्ली में पानी की कमी हो गई है. दिल्ली में कुल पानी की सप्लाई 1050 MGD है, इसमें से 613 MGD पानी हरियाणा से आता है. दिल्ली को 100 MGD पानी कम मिल रहा है. एक एमजीडी पानी से 28,500 लोगों को पानी मिलता है.यानी हरियाणा सरकार ने कुल 28 लाख लोगों का पानी रोक दिया है.'
आतिशी ने अनिश्चितकालीन अनशन की चेतावनी देते हुए लिखा है, 'हमारे प्रयासों के बावजूद हरियाणा सरकार 100 एमजीडी पानी भी नहीं दे रही है. हाथ जोड़कर आपसे विनती है कि इस मामले में हस्तक्षेप करें और दिल्ली के लोगों को उनके हक का पानी दिलाएं. पानी न मिलने की स्थिति में 21 जून से मुझे पानी के लिए सत्याग्रह करना पड़ेगा और अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठना पड़ेगा. मेरे शरीर को चाहे कितना भी कष्ट हो लेकिन अब दिल्ली वालों का कष्ट मैं सहन नहीं कर सकती हूं.'