Delhi Pollution: नए साल की शुरुआत के साथ ही दिल्ली में एयर क्वालिटी में सुधार के संकेत मिले हैं. हालांकि, बुधवार सुबह SAFAR-India के मुताबिक राजधानी का एयर क्वालिटी सूचकांक (AQI) 278 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है. सर्दी के मौसम और कोहरे के कारण दृश्यता प्रभावित हुई, लेकिन एयर क्वालिटी की गंभीर स्थिति की तुलना में यह एक अच्छा बदलाव माना जा रहा है.
एयर क्वालिटी प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बताया कि 2024 में दिल्ली ने पिछले सालों के मुकाबले बेहतर एयर क्वालिटी के साथ कुल 209 दिन ‘अच्छे से मध्यम’ श्रेणी में दर्ज किए. यह संख्या 2020 के कोविड लॉकडाउन वाले साल को छोड़कर अब तक की सबसे अधिक है.
पिछले सालों के मुकाबले बेहतर एयर क्वालिटी
- AQI में सुधार:
- 2024 में लगातार प्रयासों के चलते दिल्ली की सामान्य वायु गुणवत्ता बेहतर हुई.
- 209 दिन AQI 200 से नीचे दर्ज हुआ.
- कोविड वर्ष का अपवाद:
- 2020 में लॉकडाउन के कारण मानवीय और इंडस्ट्रीयल गतिविधियां सीमित थीं, जिससे वायु गुणवत्ता स्वाभाविक रूप से बेहतर हुई थी.
- ध्यान देने योग्य पहल:
- क्षेत्रीय स्तर पर ठोस प्रयास और नीतिगत पहलों ने सुधार में योगदान दिया.
प्रदूषण में कमी के प्रमुख कारण
2024 में एयर क्वालिटी में सुधार का श्रेय कई कारकों को दिया गया, जिसमें प्रमुख हैं:
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खेतों में आग की घटनाओं में गिरावट:
- 2024 में धान की कटाई के दौरान खेतों में आग लगने की घटनाएं रिकॉर्ड निम्न स्तर पर रहीं.
- पंजाब में आग की घटनाएं 10,909, हरियाणा में 1,406, और उत्तर प्रदेश, राजस्थान व NCR के अन्य क्षेत्रों में कुल 12,750 दर्ज हुईं.
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समन्वित प्रयास:
- सरकारी नीतियां, क्षेत्रीय उपाय और जागरूकता अभियानों ने प्रदूषण कंट्रोल में मदद की.
- वाहनों और इंडस्ट्रीयल प्रदूषण पर सख्त निगरानी रखी गई.
निरंतर सुधार की उम्मीद
CAQM का मानना है कि अगर क्षेत्रीय प्रयासों और लक्षित नीतियों को इसी तरह लागू किया गया, तो आने वाले सालों में एयर क्वालिटी में और सुधार देखने को मिलेगा. पैनल ने कहा कि न केवल प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी, बल्कि दिल्ली और एनसीआर में जीवन की गुणवत्ता भी बेहतर होगी.
महत्वपूर्ण जानकारी
- सर्दियों में AQI पर असर:
- कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण वायु प्रदूषण का असर बढ़ता है.
- सुझाव:
- वायु प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें.
- सुबह और शाम के समय घर के बाहर कम समय बिताएं.