Delhi Assembly Elections 2025

चुनाव जीतने के बाद आप MLA अमानतुल्लाह खान के खिलाफ FIR दर्ज, केजरीवाल के मुस्लिम विधायक को तलाश रही दिल्ली पुलिस

आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह के समर्थकों पर हत्या के एक आरोपी को पुलिस हिरासत से छुड़ाने का आरोप है. जब जामिया इलाके में क्राइम ब्रांच की टीम हत्या के आरोपी शहवेज खान को गिरफ्तार करने पहुंची. जहां अमानतुल्लाह खान के समर्थकों ने पुलिस की कार्यवाही में बाधा डाली, जिससे आरोपी को भागने में मदद मिली.

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दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नवनिर्वाचित विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी शुरू कर दी है. बता दें कि, यह कार्रवाई उनके समर्थकों द्वारा पुलिस हिरासत से एक हत्या के प्रयास आरोपी को जबरदस्ती छुड़ाने के आरोप में की गई है.

जानिए पूरा मामला क्या है?

क्राइम ब्रांच की टीम शहबाज खान नामक आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली के जामिया नगर इलाके में गई थी.शहबाज खान हत्या के प्रयास के मामले में वांछित था. जानकारी के अनुसार, AAP विधायक अमानतुल्लाह खान के समर्थकों ने क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर सुनील कालखंडे की टीम पर हमला किया और आरोपी की भागने में मदद की. घटनास्थल पर विधायक खान की मौजूदगी की रिपोर्टें आई हैं. आरोप है कि उनके सामने पुलिस कार्रवाई को बाधित किया गया, जिससे आरोपी गिरफ्तारी से बच निकला.

दिल्ली पुलिस ने विधायक के घर की तलाशी ली

दिल्ली पुलिस ने इस घटना से जुड़े आरोपों को लेकर AAP विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इसके बाद, पुलिस की एक टीम विधायक के घर ओखला पहुंची, ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके, लेकिन विधायक घर पर मौजूद नहीं थे. इस दौरान पुलिस टीम ने उनके घर के अंदर जाकर यह जांचा कि क्या विधायक वास्तव में घर पर नहीं हैं. जांच के बाद पुलिस ने विधायक के घर को छोड़ दिया और अब उनकी तलाश जारी है.

अमानतुल्लाह खान का चुनावी इतिहास

दिल्ली विधानसभा चुनावों में AAP नेता अमानतुल्लाह खान ने ओखला सीट पर 23,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी के मनीष चौधरी को हराया था, जिन्हें कुल 65,304 वोट मिले, जबकि खान को 88,943 वोट प्राप्त हुए थे. 

हालांकि, खान ने हाल ही में दिल्ली चुनावों में AAP की हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए नहीं, बल्कि उनकी हार सुनिश्चित करने के लिए चुनाव लड़ा था. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने मेरे क्षेत्र में पहली बार प्रचार करने के लिए आए, जबकि उन्हें मालूम था कि उनकी जीत का कोई चांस नहीं था, लेकिन उनका उद्देश्य हमें हराना था.