भारत की राजधानी दिल्ली (एनसीआर) में AQI का लेवल दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. इसको लेकर सरकार के साथ बाकी लोग काफी चिंता जता रहे हैं. अब इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है जिसको देखने के बाद आप हैरान रह जाएंगे. तो चलिए जानते हैं कि आखिर उस रिपोर्ट में क्या है जो लोगों के लिए गंभीर समस्या बन रहा है.
एक सर्वेक्षण रिपोर्ट से पता चला है कि इन क्षेत्रों के प्रत्येक परिवार में एक या एक से अधिक सदस्य प्रदूषण से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की मानें तो, बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जहरीले प्रदूषकों से भरी धुंध की मोटी चादर छाई रही और 24 घंटे का AQI (एक्यूआई) 424 दर्ज किया गया.
दरअसल, दिल्ली की हवा में PM 2.5 प्रदूषक का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन की दी हुई डेली लिमिट से 60 गुना अधिक थी. ग्लोबल निकाय ने सिफारिश की है कि PM 2.5 का वार्षिक औसत स्तर 5 μg/m3 से अधिक नहीं होना चाहिए.
एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के 75 प्रतिशत परिवारों में एक या एक से अधिक सदस्यों को गले में खराश या खांसी की समस्या है. प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण, 58 प्रतिशत परिवारों में सिरदर्द की समस्या है, जबकि 50 प्रतिशत परिवारों में अस्थमा या सांस लेने में कठिनाई की समस्या है, जो अत्यधिक जहरीली AQI के कारण है.
दिल्ली के बढ़ते पॉल्यूशन से इस वक्त हर कोई परेशान चल रहा है. ये जहरीली हवा हर किसी के स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रही है जो कि लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. हालांकि, इससे लोग बचने के लिए तरह-तरह की चीजे कर रहे हैं. कई लोगों ने तो बाहर जाना कम कर दिया जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर न पड़े.