Delhi Mayur Vihar 2: राजधानी दिल्ली के मयूर विहार 2 के संजय झील पार्क में बने 3 मंदिर को तोड़ने के लिए बुलडोजरों का जत्था आ पहुंचा था. यह देख वहां लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई. हंगामे और नारेबाजी के बीच आखिरकार डीडीए की टीम को लौटना पड़ा. इस घटना को लेकर बीजेपी विधायक रवि नेगी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कहा लिखा, "इन मंदिरों को तोड़ने का आदेश हाई कोर्ट ने दिया था. लेकिन हमारी मुख्यमंत्री श्रीमति रेखा गुप्ता जी ने इसे बचा लिया."
संजय झूल पार्क में स्थित 40 साल पुराने तीन मंदिरों को ध्वस्त करने के लिए दर्जनभर से अधिक बुलडोजर पहुंचे थे. मंदिरों को ध्वस्त करने की लगभग पूरी तैयारी की जा चुकी थी लेकिन स्थानीय निवासियों ने मंदिर को बचाने के लिए बवाल काट दिया और फिर डीडीए की टीम को उल्टे पांव भागना पड़ा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली के मयूर विहार के संजय झील पार्क में 3 मंदिरों को तोड़ने का नोटिस चस्पा था. यह नोटिस डीडीए के हॉर्टिकल्चर विभाग की तरफ से लगाया गया था. इसके पीछे मंदिर को ग्रीन बेल्ट में होने का हवाला दिया गया. नोटिंस में कहा गया कि मंदिरों को स्वंय हटा लें नहीं तो प्रशासन कार्रवाई करेगा.
मयूर विहार फेस 2 के मन्दिरों को तोड़ने के हाई कोर्ट द्वारा आदेश आए थे लेकिन हमारी मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता जी, सांसद श्री हर्ष मल्होत्रा जी के प्रयासों द्वारा मंदिरों को बच लिया गया है।@gupta_rekha @BJP4Delhi @AmitShah @JPNadda @narendramodi @hdmalhotra pic.twitter.com/idfJ6163F8
— Ravinder Singh Negi (@ravinegi4bjp) March 20, 2025
स्थानीय निवासियों ने बताया कि पार्क में बने तीनों मंदिर 40 साल पुराने हैं. सेक्टरवासियों ने रात भर बवाल काटा भारी विरोद किया तब जाकर डीडीए की टीम को उल्टे पांव वापस जाना पड़ा. पटपड़गंज से बीजेपी निधायक रवि नेगा ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस संबंध में उपराज्यपाल विके सक्सेना से बात करके मंदिरों पर बुलडोजर नहीं चलने दिया.
यहां बने तीन मंदिर कालीबाड़ी मंदिर, अमरनाथ मंदिर और बद्रीनाथ मंदिर को लेकर लोगों और पुजारियों ने जानकारी दी. कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी ने बताया कि उन्हें इस मंदिर में पूजा करते हुए 10 वर्ष हो चुके हैं लेकिन इस तरह की कभी कोई दिक्कत नहीं आई. पता नहीं किसने अचानक आकर यहां नोटिस चिपका दी.