दिल्ली के उपराज्यपाल ने हाल ही में एक रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने इस दुखद घटना के प्रति अपनी संवेदना और सहानुभूति जताई थी, लेकिन बाद में अपनी पोस्ट को संपादित किया, जिस पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई.
उपराज्यपाल का शोक संदेश: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इस दुर्घटना के बाद शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, "इस दुखद घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ." उनका यह संदेश कई लोगों द्वारा सराहा गया था, क्योंकि उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति सहानुभूति जताई थी.
There has been an unfortunate incident at New Delhi Railway Station.
Have spoken to Chief Secretary & Police Commissioner and asked them to address the situation.
CS has been asked to deploy relief personnel.
Have instructed CS & CP to be at the site and take control of…
— LG Delhi (@LtGovDelhi) February 15, 2025
There has been an unfortunate incident at New Delhi Railway Station.
Have spoken to Chief Secretary & Police Commissioner and asked them to address the situation.
CS has been asked to deploy relief personnel.
Have instructed CS & CP to be at the site and take control of…
— LG Delhi (@LtGovDelhi) February 15, 2025
हालांकि, बाद में उपराज्यपाल ने अपनी पोस्ट में कुछ बदलाव किए, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर विवाद उत्पन्न हो गया. कई यूज़र्स ने इसे एक गलती के रूप में देखा और सवाल उठाया कि क्यों पोस्ट को संपादित किया गया. एक यूज़र ने लिखा, "क्या यह संवेदनाओं में बदलाव का संकेत है?" जबकि कुछ अन्य ने इसे 'राजनीतिक जोड़-तोड़' के रूप में देखा.
इसके बाद, उपराज्यपाल के कार्यालय ने इस बदलाव पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि पोस्ट में कुछ शब्दों को सुधारने का उद्देश्य केवल स्पष्टता था. उन्होंने यह भी बताया कि किसी प्रकार की भावना में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर हुई इस भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई थी. यह हादसा उस समय हुआ जब स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्री एकत्रित हो गए थे, जिससे भगदड़ मच गई. सुरक्षा उपायों की कमी और अराजकता के कारण यह घटना इतनी भयावह हो गई. यह घटना न केवल दिल्ली के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरी चिंता का विषय बन गई है. उपराज्यपाल का शोक संदेश और उसके बाद हुआ पोस्ट संपादन, दोनों ही सुर्खियों में रहे. हालांकि, यह स्पष्ट है कि इस प्रकार की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है.