Delhi News: आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. जेल में बंद दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन पर 7 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगा है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इन आरोपों की जांच की मंजूरी भी दे दी है. जैन को रिश्वत की रकम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के विक्रेताओं के माध्यम से दी गई थी.
क्या है पूरा मामला
दिल्ली एलजी कार्यालय ने कहा कि एलजी सक्सेना ने जैन के खिलाफ एसीबी द्वारा जांच की मंजूरी के लिए पीओसी अधिनियम, 1998 की धारा 17A के तहत मामले को केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजने के डीओवी के प्रस्ताव से सहमत हो गए हैं.
Delhi LG VK Saxena approves investigation under the Prevention of Corruption (PoC) Act against jailed former Delhi Minister Satyendar Jain in a bribery case. Satyendar Jain is accused of receiving a bribe of Rs 7 crore in connection with a Rs 571 crore project for the…
— ANI (@ANI) July 6, 2024
BEL के कर्मचारी ने लगाया था आरोप
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) कंपनी के पूर्व कर्मचारी ने एक शिकायत दी थी कि दिल्ली में जो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, उनमें गड़बड़ी बताकर 16 करोड़ की पेनल्टी लगाई गई थी. बाद में इस पैनल्टी को हटाने के नाम पर सत्येंद्र जैन ने 7 करोड़ की रिश्वत मांगी थी. इस मामले पर एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने जांच शुरू की थी. एलजी ने अब इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जांच की मंजूरी दे दी है.
आप के कितने नेताओं पर केस दर्ज
सत्येंद्र जैन आम आदमी पार्टी के अकेले नेता नहीं हैं जो मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. खुद पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब नीति में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में तिहाड़ जेल की हवा खा रहे हैं. केजरीवाल के अलावा दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह पर मुश्किलों में फंसे हुए हैं.
सिसोदिया को गिरफ्तारी के बाद से अब तक एक बार भी जमानत नहीं मिली है. सांसद संजय सिंह पर दिल्ली शराब नीति मामले में सरकारी गवाह बने दिनेश अरोड़ा ने 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. हालांकि अभी तक आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता पर आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं.