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India Daily

Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण बढ़ते ही GRAP-3 लौटा, 5वीं तक हाइब्रिड मोड में चलेंगी क्लास

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही एक बार फिर से राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को लागू किया गया है. दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंची गई है, जिसकी वजह से वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रैप-3 लागू कर दिया.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Delhi Grab 3 reimplemented in due to increase in aqi in  pollution

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही एक बार फिर से राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को  लागू किया गया है. दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंची गई है, जिसकी वजह से वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रैप-3 लागू कर दिया.

एक्यूआई 400 के पार

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 401 से 450 के बीच पहुंच गया जिसकी वजह से आयोग को पाबंदियां लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. आयोग ने राज्य सरकार को ग्रैप-3 की पाबंदियों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया है.

हाइब्रिड मोड में चलेंगी क्लास
ग्रैप-3 लागू होने के बाद अब दिल्ली में 5वीं तक की कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित की जाएंगी. 

क्या-क्या रहेंगी पाबंदियां
ग्रैप-3 लागू होने के बाद से बीएस-4 या उससे नीचे के तहत पंजीकृत सभी डीजल संचालित माल वाहनों को दिल्ली के भीतर प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, हालांकि वे सभी वाहन दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे जो आवश्यक वस्तुओं का परिवहन करते हैं. इसके अलावा बीएस-3 पेट्रोल, बीएस-4 डीजल लाइट मोटर वाहन (LMV) को भी दिल्ली-एनसीआर में प्रतिबंधित कर दिया गया है. दिल्ली के अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में भी ये पाबंदियां लागू रहेंगीं. इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में निर्माण कार्य पर भी पाबंदी रहेगी.

शर्दियां आते ही घुटने लगता है दिल्ली का दम

बता दें कि इससे पहले 15 नवंबर को दिल्ली में ग्रैप-3 लागू किया गया था. उस दौरान हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई थी. शर्दियां आते ही दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो जाती है. लगातार दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से ग्रैप लागू करने की जरूरत पड़ती है. आलम ये है कि आज दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है. AQI को चार श्रेणियों में बांटा गया है, 201 से 300 के बीच एक्यूआई को खराब, 301 से 400 के बीच एक्यूआई को बेहद खराब, 401 से 450 के बीच को गंभीर  और 450 के ऊपर एक्यूआई को बेहद गंभीर माना जाता है.