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Delhi G20 Summit: जमीन से लेकर आसमान तक रहेगा सुरक्षा घेरा, अलर्ट मोड पर एयर फोर्स...मिसाइलें तैनात

G20 समिट को देखते हुए दिल्ली में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इस दौरान आसमान में परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. वायु सेना ने दिल्ली हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल को भी तैनात किया है.

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Edited By: Abhiranjan Kumar
Delhi G20 Summit: जमीन से लेकर आसमान तक रहेगा सुरक्षा घेरा, अलर्ट मोड पर एयर फोर्स...मिसाइलें तैनात

Delhi G20 Summit 2023: देश की राजधानी दिल्ली में G20 समिट शुरू होने में अभी करीब एक सप्ताह का समय बचा है. इस भव्य आयोजन को देखते हुए और बीच मेहमानों का स्वागत करने के लिए दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है. दिल्ली की सजावट के साथ-साथ सुरक्षा को लेकर भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं.  G20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली में जमीन से लेकर आसमान तक निगरानी रखी जाएगी. इस दौरान भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान भी पूरी तरह से सतर्क रहेंगे.

अलर्ट पर रहेगी वायुसेना

G20 शिखर सम्मेलन के दौरान सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली के आसमान पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि, यूएवी या ड्रोन पर कड़ी नजर रखी जाएगी. वायुसेना के लड़ाकू विमान अलर्ट मोड पर रहेंगे. इतना ही नहीं, भारतीय वायुसेना वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात करने के साथ-साथ अपने हवाई चेतावनी प्रणालियों, राफेल समेत लड़ाकू विमानों को हाई अलर्ट पर रखेगी.

मिसाइल रहेगी तैनात

वायु सेना ने दिल्ली हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआरएसएएम) को भी तैनात किया है. ये मिसाइल 70 से 80 किलोमीटर की दूरी से लक्ष्य को मार गिरा सकती है. हाल ही में G20 शिखर सम्मेलन के दौरान सुरक्षा को लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण, नागरिक उड्डयन ब्यूरो, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और अन्य विभागों ने भाग लिया था, जहां ये निर्णय लिया गया था.

G20 summit
 

दिल्ली पुलिस ने जारी किया नोटिस

G20 समिट को देखते हुए विदेशी मेहमानों के आगमन और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर दी थी. अब दिल्ली पुलिस ने शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली में नो-फ्लाई जोन और विशिष्ट उड़ान वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाते हुए एक नोटिस जारी किया है. इस दौरान पैराग्लाइडर, पैरामोटर, हैंग ग्लाइडर, यूएवीएस, यूएएसएस, माइक्रोलाइट विमान, दूर से संचालित विमान, गर्म हवा के गुब्बारे जैसी चीजों को उड़ाना अवैध होगा. इतना ही नहीं, सीसीटीवी की नजर दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर होगी.

सबसे बड़ा आयोजन

बता दें कि दिल्ली में G20 का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा. इसमें कुल 43 देशों और संगठनों के प्रमुख और उनके प्रतिनिधिमंडल हिस्सा लेंगे. जिसमें G20 के 19 सदस्य देश और यूरोपीय यूनियन के प्रमुख होंगे. साथ ही अतिथि के तौर पर 9 अन्य देशों के प्रमुखों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है. इस समूह में भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. भारत ने एक दिसंबर 2022 को इंडोनेशिया से इस बार की G20 की अध्यक्षता हासिल की थी.

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