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दिल्ली सीएमओ ने ‘एक्स’ को लिखा पत्र, आधिकारिक हैंडल बहाल करने की मांग

भाजपा प्रवक्ताओं ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि वह प्रशासनिक संसाधनों का उपयोग अपने राजनीतिक प्रचार के लिए कर रही है. पार्टी का कहना है कि यह एक सरकारी हैंडल था, जिसे किसी भी हाल में व्यक्तिगत या पार्टी प्रचार के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए.

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Edited By: Reepu Kumari
Delhi CMO writes letter to 'X', demands restoration of official handle
Courtesy: Pinterest

दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ को पत्र लिखकर ‘‘सीएमओ दिल्ली’’ के आधिकारिक हैंडल को पुन बहाल करने की अपील की है. 

यह हैंडल कथित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर बदलकर ‘‘केजरीवाल एट वर्क’’ कर दिया गया था.

भाजपा ने किया उपराज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग

इससे एक दिन पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मुद्दे को उठाते हुए उपराज्यपाल वीके सक्सेना से हस्तक्षेप की मांग की थी. भाजपा नेताओं का कहना था कि एक सरकारी सोशल मीडिया हैंडल का नाम बदलकर किसी व्यक्ति विशेष के नाम से जोड़ना अनुचित है और इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए.

सीएमओ दिल्ली ने ‘एक्स’ को भेजा पत्र

सीएमओ द्वारा ‘एक्स’ को लिखे पत्र में कहा गया, ‘‘सीएमओ दिल्ली का आधिकारिक हैंडल जनता से संवाद का प्रमुख माध्यम है. इसे किसी भी राजनीतिक उद्देश्य से परिवर्तित नहीं किया जाना चाहिए. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इसे पुनः पूर्व नाम ‘सीएमओ दिल्ली’ में बहाल किया जाए.’’

भाजपा ने सरकार पर लगाया राजनीतिकरण का आरोप

भाजपा प्रवक्ताओं ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि वह प्रशासनिक संसाधनों का उपयोग अपने राजनीतिक प्रचार के लिए कर रही है. पार्टी का कहना है कि यह एक सरकारी हैंडल था, जिसे किसी भी हाल में व्यक्तिगत या पार्टी प्रचार के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए.

आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया

आम आदमी पार्टी (AAP) ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि इस परिवर्तन का उद्देश्य केवल प्रशासनिक कार्यों को जनता तक प्रभावी रूप से पहुंचाना था. एक पार्टी प्रवक्ता ने कहा, ‘‘केजरीवाल एट वर्क केवल यह दर्शाने के लिए बनाया गया था कि सरकार जनता के हित में कार्यरत है. इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं की गई है.’’

ट्विटर (एक्स) की प्रतिक्रिया

अब तक ट्विटर (एक्स) की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन सूत्रों के अनुसार, सोशल मीडिया मंच इस विवाद को लेकर विचार कर रहा है और जल्द ही कोई निर्णय ले सकता है.