आज से शुरू हो रहा दिल्ली विधानसभा का सत्र, महिलाओं को 2500 रुपये देने के मुद्दे पर सदन में होगी चर्चा?
Delhi Assembly session: दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सदस्य हैं, जिनमें 48 भाजपा के विधायक हैं और 22 विधायक आम आदमी पार्टी (AAP) के हैं.
Delhi Assembly session: आज 24 फरवरी 2025 से दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र शुरू हो रहा है, जो कि बेहद अहम और विवादास्पद हो सकता है. इस सत्र के दौरान महिलाओं को 2500 रुपये देने के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है, जिससे राजनीति में एक नई गर्मी देखने को मिल सकती है. इस सत्र में दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और विपक्ष की नेता अतीशी के बीच भी बहस देखने को मिल सकती है.
दिल्ली विधानसभा का यह सत्र सोमवार से शुरू होगा और यह तीन दिन चलेगा. पहले दिन विधानसभा के सभी नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता वरिष्ठ भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुनने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगी. इसके बाद, भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट को उपाध्यक्ष के रूप में चुने जाने की संभावना है.
महिलाओं को 2500 रुपये देने का मुद्दा
इस सत्र के दौरान भाजपा द्वारा दिल्ली की महिलाओं को 2500 रुपये देने के वादे पर भी चर्चा हो सकती है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यह वादा किया था कि मार्च से 'महिला समृद्धि योजना' लागू की जाएगी, जिसके तहत महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये दिए जाएंगे.
लेकिन, आम आदमी पार्टी (AAP) ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वे इस वादे को पूरा करने में संकोच कर रही है और बहाने बना रही है. अतीशी, जो कि दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता हैं, ने कहा कि भाजपा को अपने वादों को लागू करने के बजाय अपनी स्थिति पर बहाने नहीं बनानी चाहिए. अतीशी ने यह भी कहा कि जब AAP ने दिल्ली की सत्ता संभाली थी, तो दिल्ली का बजट 30,000 करोड़ रुपये था, जबकि अब यह बढ़कर 70,000 करोड़ रुपये हो चुका है.
CM रेखा गुप्ता ने आप सरकार पर लगाया आरोप
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस बात का दावा किया कि पिछले AAP सरकार ने राज्य के खजाने को खाली कर दिया था. उन्होंने कहा कि जब वे अधिकारियों के साथ सरकार की वित्तीय स्थिति की समीक्षा कर रहे थीं तो पाया गया कि पिछली सरकार ने राज्य का सारा खजाना खाली कर दिया है.
वहीं, अतीशी ने इस आरोप का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली के खजाने को पूरी तरह से मजबूत किया गया था और भाजपा को अब बहाने बनाने के बजाय अपने वादों को पूरा करना चाहिए.