कांग्रेस ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. इस लिस्ट में एक नाम जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वह नाम है संदीप दीक्षित का. संदीप दीक्षित कांग्रेस की दिवंगत नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं. कांग्रेस ने उन्हें नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ टिकट दिया है. नई दिल्ली वही सीट है जिस पर अरविंद केजरीवाल ने संदीप दीक्षित की मां शीला दीक्षित को हराया था. अब सबके जेहन में एक ही सवाल है कि क्या बेटा अपनी मां की हार का बदला ले पाएगा या नहीं?
मां शीला दीक्षित की हार का बदला लेने का मौका
गठबंधन की संभावना से किया इनकार
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की संभावना को दोनों ही दलों ने खारिज कर दिया है. कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी मजबूत उम्मीदवारों के साथ मैदान में उतरेगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी का फोकस अपनी ताकत के दम पर चुनाव लड़ने पर है.
वहीं, अरविंद केजरीवाल ने भी गठबंधन की बातों को नकारते हुए कहा कि उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में गठबंधन किया था, लेकिन विधानसभा चुनावों में यह दोहराया नहीं गया.
नई दिल्ली सीट पर होगा बड़ा मुकाबला
नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल और संदीप दीक्षित के बीच मुकाबला दिल्ली चुनावों का सबसे बड़ा आकर्षण होगा. केजरीवाल, जिन्होंने पहली बार 2013 में यहां से जीत दर्ज की थी, का सामना इस बार एक अनुभवी नेता से होगा. यह देखना दिलचस्प होगा कि संदीप दीक्षित, कांग्रेस की पुरानी प्रतिष्ठा को बचाने में कितना सफल होते हैं और क्या वह इस चुनाव में केजरीवाल को कड़ी टक्कर दे पाएंगे.