Delhi Assembly Election 2025: देश की राजधानी दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच चुनाव जंग तेज हो गई है.अब दोनों के बीच की लड़ाई मध्यम वर्ग पर जा पहुंची है. इस बीच आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, "...दिल्ली में ये चुनाव अलग हैं. चुनाव से डेढ़ महीने पहले ही पैसे, जूते, चादरें, साड़ियां, राशन, सोने की चेन का खुलेआम वितरण शुरू हो गया है. किसी को चुनाव आयोग का डर नहीं है या कोई उन्हें रोकेगा नहीं. ये वितरण पुलिस संरक्षण में हो रहा है...ये हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये वितरण सरकार के पैसे से नहीं हो रहा है. ये 'गाली-गलोच' पार्टी के चंद नेता बांट रहे हैं. इनके पास इतना पैसा कहां से आया?...वोट खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा पैसा? ये इनके भ्रष्टाचार का पैसा है जो इन्होंने देश को लूटकर कमाया है...ये जो भी बांट रहे हैं उसे स्वीकार करें लेकिन एक बात याद रखें, अपने वोट को न बेचें.
#WATCH | AAP National Convener Arvind Kejriwal says, "...These elections in Delhi are different. One and a half months ahead of the elections, open distribution of money, shoes, bedsheets, sarees, ration, gold chains started. Nobody has any fear of Election Commission or that… pic.twitter.com/1aPTzbqgwQ
— ANI (@ANI) January 24, 2025
देश के लोकतंत्र को खत्म करना चाहते- केजरीवाल
केजरीवाल ने जनता से भावुक अपील करते हुए कहा कि आप जिसे चाहें वोट दें लेकिन उन लोगों को वोट न दें जो आपके वोट खरीदने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि, वो भ्रष्ट हैं. वो देशद्रोही हैं. वो देश के दुश्मन हैं...ऐसे लोग देश के लोकतंत्र के लिए खतरा हैं और देश के लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं.
जानिए अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा?
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि अक्सर कहा जाता है कि चुनाव से पहले की रात हत्या की रात होती है, जब खूब सारा पैसा, खाना, शराब बांटा जाता है, लेकिन इस बार दिल्ली का चुनाव बिल्कुल अलग है. यहां पिछले डेढ़ महीने से पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम पैसा, शराब, जूते, कंबल, राशन, सोने की चेन आदि बांटी जा रही है. यह हमारे देश के लिए बेहद खतरनाक है. यह पैसा सरकार का नहीं है, यह वो पैसा है जो 'गली-गलोच पार्टी' के नेताओं ने भ्रष्टाचार से जमा किया है. मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि वे जो भी पैसा और सामान बांट रहे हैं, उसे स्वीकार करें, लेकिन अपना वोट न बेचें..."