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India Daily

दिल्ली चुनाव में जीते इन 31 विधायकों के खिलाफ दर्ज हैं क्रिमिनल केस, लिस्ट में टॉप पर AAP

Delhi Assembly: ADR की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में 70 में से 31 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. AAP के 68% (15) और BJP के 33% (16) विधायकों पर आरोप हैं. संपत्ति में भी असमानता है, BJP विधायकों की औसत संपत्ति 28.59 करोड़ रुपये है, जबकि AAP के विधायकों की औसत संपत्ति 7.74 करोड़ रुपये है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Delhi Assembly

Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में चुने गए 70 विधायकों में से 31 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, यह खुलासा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की ताजा रिपोर्ट में हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार, आम आदमी पार्टी (AAP) के 68% (15) विजेता उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 33% (16) विधायकों से कहीं ज्यादा हैं. इस बार दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि आप को केवल 22 सीटें ही मिली हैं. 

ADR की रिपोर्ट में जीतने वाले विधायकों के बीच वित्तीय असमानताओं का भी खुलासा हुआ है. बीजेपी के विधायकों की संपत्ति औसतन 28.59 करोड़ रुपये है, जो आप के विधायकों की औसत संपत्ति 7.74 करोड़ रुपये से तीन गुना ज्यादा है. सबसे अमीर BJP विजेताओं में तीन अरबपति शामिल हैं: कर्नल सिंह (259.67 करोड़ रुपये), मंजींदर सिंह सिरसा (248.85 करोड़ रुपये) और पर्वेश साहिब सिंह (115.63 करोड़ रुपये). वहीं, AAP के संजीव झा (बुराड़ी) के पास  14.47 लाख रुपये की संपत्ति है.

गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले विजेता: 

रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि 24% (17) विजेताओं पर गंभीर आरोप हैं, जिनमें 45% (10) AAP के विधायक और 15% (7) BJP के विधायक शामिल हैं. गंभीर आरोपों में हत्या, अपहरण, और महिलाओं व बच्चों के खिलाफ अपराध जैसे गैर-जमानती अपराध शामिल हैं.

2015 के विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस बार अपराधी मामलों वाले विजेताओं की संख्या में गिरावट आई है. 2020 में यह आंकड़ा 61% (43) था, जो 2025 में घटकर 44% (31) रह गया. इसी तरह गंभीर आरोपों का सामना करने वाले विजेताओं की संख्या 2020 में 53% (37) थी, जो 2025 में घटकर 24% (17) रह गई है.

क्या है एजुकेशनल क्वालिफिकेशन: 

विजेताओं में से 64% (45) के पास ग्रेजुएशन या उससे हाइअर क्वालिफिकेशन है, जिसमें 23 उम्मीदवारों के पास पोस्टग्रेजुएट डिग्री है और एक के पास डॉक्टरेट की डिग्री है. हालांकि, 33% (23) उम्मीदवारों ने अपनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन 5वीं से 12वीं के बीच बताई है.

इस बार विधानसभा में महिला प्रतिनिधित्व कम हुआ है, केवल 7% (5) महिलाएं चुनी गई हैं, जबकि 2020 में यह आंकड़ा 11% (8) था. एज डिस्ट्रब्यूसन में 67% (47) विजेता 41 से 60 वर्ष के बीच हैं, जबकि 20% (14) विजेता 61 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के हैं. सबसे कम उम्र के विजेता बीजेपी के उमंग बजाज (31 वर्ष) हैं, जबकि सबसे उम्रदराज विजेता बीजेपी के तिलक राम गुप्ता (73 वर्ष) हैं.