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India Daily

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद पूर्व विधायक ने खोल दिया मोर्चा, टीएस सिंह देव पर लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले ही कांग्रेस की हार की पटकथा लिखी जाने लगी थी. पिछले साल टीएस सिंह देव के पंचायती राज मंत्री पद से इस्तीफा देने से बघेल सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर पैदा हो गई.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
टीएस सिंहदेव

हाइलाइट्स

  • पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह ने खोल दिया मोर्चा
  • टीएस सिंह देव पर लगाए गंभीर आरोप

नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों में बीजेपी के हाथों सत्ता गंवाने के बाद कांग्रेस में बगावत की आग सुलग गयी है. कांग्रेस पार्टी की करारी हार के बाद नेताओं की तरह से एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा "चुनाव से पहले ही कांग्रेस की हार की पटकथा लिखी जाने लगी थी. पिछले साल टीएस सिंह देव के पंचायती राज मंत्री पद से इस्तीफा देने से बघेल सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर पैदा हो गई. टीएस सिंह देव ने अपने 4 पेज के इस्तीफे में लिखा था कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 7 लाख रुपये की राशि नहीं दी है. इससे सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी माहौल पैदा हो गया है. अगर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने इस मामले की जानकारी पार्टी हाईकमान को दी होती और ऐसे मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो पार्टी को हार का सामना नहीं करना पड़ता."

'टीएस सिंहदेव ने सत्ता विरोधी लहर को दी हवा...'

पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह ने सिलसिलेवार आरोप लगाते हुए कहा "रायपुर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 85वें पूर्ण सत्र के तुरंत बाद देव ने भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर को हवा दी. 85वें पूर्ण सत्र के चार दिन बाद देव एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान दिया कि हमने छत्तीसगढ़ में 36 वादे किए थे, लेकिन केवल 12 वादे ही पूरे कर सके. यह कहकर उन्होंने सोनिया जी, खड़गे जी, राहुल जी और पार्टी के हर वरिष्ठ नेता को चुनौती दी. अगर उस समय छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा ने इसकी सूचना तुरंत आलाकमान को दी होती और अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई होती तो शायद कांग्रेस को इतना नुकसान नहीं होता. जिस समय हमारे वरिष्ठ नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगा रहे थे, उस समय देव ने रायगढ़ में पीएम के साथ मंच साझा करते हुए बयान दिया था कि माननीय पीएम मोदी उम्मीद से ज्यादा मदद कर रहे हैं.''

'टीएस सिंहदेव को BJP की जीत का श्रेय....'

पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह ने अपने आरोपों में आगे कहा "पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कई बार पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया. अगर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई होती तो पार्टी को हार का सामना नहीं करना पड़ता. राज्य में बीजेपी की जीतने का श्रेय टीएस सिंहदेव को जाता है. बीजेपी को अब उन्हें राज्यपाल बना देना चाहिए. टीएस सिंह देव जिस तरीके से मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में तारीफ कर रहे थे उससे बीजेपी को बहुत फायदा हुआ है. पूर्व विधायक यहां ही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि टीएस. सिंह देव की नकामी की वजह से सरगुजा की 14 सीटो पर हार झेलनी पड़ी है."

BJP विधायक दल की बैठक के बाद CM के नाम का ऐलान

छत्तीसगढ़ में रविवार को 2 बजे विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा. दिल्ली से रायपुर गए पर्यवेक्षक नवनिर्वाचित विधायकों से चर्चा के बाद सीएम के नाम का ऐलान करेंगे. भेजे गए पर्यवेक्षक इस बैठक में विधायकों की पंसद पूछने के साथ-साथ और आलाकमान की पंसद का नाम का प्रस्ताव भी रखेंगे. बीजेपी ने जीते हुए अपने सभी विधायकों को दो दिन रायपुर में रहने के निर्देश दिए है. दिल्ली से छत्तीसगढ़ भेजे गए केंद्रीय पर्यवेक्षक सभी विधायकों से वन टू वन चर्चा करेंगे. उसके बाद सीएम के नाम के ऐलान के साथ सरकार गठन का प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.