Dawoodi Bohra delegation meets PM Narendra Modi: दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान समुदाय के प्रतिनिधियों ने हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि यह बदलाव लंबे समय से उनकी मांग रही है, जिसे अब पूरा किया गया है.
प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री की विकासपरक सोच और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र में अपना विश्वास दोहराया. उन्होंने कहा कि इस कानून से मुस्लिम समुदायों के धार्मिक और सामाजिक संस्थानों की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी.
दुनियाभर में फैला है दाऊदी बोहरा समुदाय
दाऊदी बोहरा समुदाय मूल रूप से पश्चिम भारत से है, लेकिन इसके सदस्य आज 40 से अधिक देशों में बसे हुए हैं. इस समुदाय की विरासत मिस्र के फातिमी इमामों से जुड़ी हुई है, जो इस्लाम के पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के वंशज माने जाते हैं.
भारत में पिछले 450 वर्षों से है नेतृत्व का केंद्र
दुनियाभर के दाऊदी बोहरा समुदाय का नेतृत्व अल-दाई अल-मुतलक (पूर्ण स्वतंत्र धार्मिक नेता) के हाथों में होता है. पहले यह नेतृत्व यमन से संचालित होता था, लेकिन पिछले लगभग 450 वर्षों से इसका केंद्र भारत में स्थित है.
वक्फ कानून पर बंगाल में छिड़ा विवाद
वहीं, वक्फ संशोधन कानून को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल ही में हिंसा देखने को मिली. इस हिंसा में तीन लोगों की मृत्यु हुई, जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस से अपील की कि वे मुर्शिदाबाद का दौरा कुछ दिन के लिए टाल दें, ताकि क्षेत्र में पहले शांति और लोगों का भरोसा लौट सके. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को बहाल करना उनकी प्राथमिकता है.