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India Daily

मध्यप्रदेश के दतिया जिले में सेना की फायरिंग रेंज में विस्फोट, नाबालिग की मौत, दो घायल

हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि विस्फोटक सामग्री वहां कैसे पहुंची और क्या यह क्षेत्र सुरक्षित था या नहीं.

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Edited By: Reepu Kumari
Explosion in Army's firing range in Datia district of Madhya Pradesh
Courtesy: Explosion in Army's firing range in Datia district of Madhya Pradesh

मध्यप्रदेश के दतिया जिले में स्थित सेना की फायरिंग रेंज में हुए एक दर्दनाक हादसे में 17 वर्षीय किशोर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना शुक्रवार सुबह लगभग 9 बजे जैतपुर गांव के पास घटी. पुलिस ने इसकी पुष्टि की है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) सुनील कुमार शिवहरे ने बताया कि यह विस्फोट सेना के फायरिंग रेंज में पड़े गोला-बारूद के एक टुकड़े में हुआ. जब वहां मौजूद नाबालिगों ने इसे छुआ, तो अचानक धमाका हो गया. इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.

घायलों का इलाज जारी

विस्फोट में घायल हुए दोनों लोगों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की गई. पुलिस और स्थानीय प्रशासन की मदद से घायलों को उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.

जांच में जुटी पुलिस

हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि विस्फोटक सामग्री वहां कैसे पहुंची और क्या यह क्षेत्र सुरक्षित था या नहीं.

स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश

इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में भय और आक्रोश का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि सेना की फायरिंग रेंज में इस तरह से छोड़े गए गोला-बारूद आम लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. वे इस मामले में कड़ी कार्रवाई और सुरक्षा के बेहतर इंतजाम की मांग कर रहे हैं. 

सरकार से मांग: सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं

स्थानीय प्रशासन और लोगों ने सरकार से अपील की है कि सेना की फायरिंग रेंज के आसपास के क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी जाए और किसी भी प्रकार के अवशेष या विस्फोटक सामग्री को जल्द से जल्द नष्ट किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों.