भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन पर मुश्किलों के काले बादल मंडराते हुए दिखाई दे रहे हैं. 20 करोड़ की हेराफेरी से जुड़े मामले की जांच कर रही ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की नजर मोहम्मद अजहरुद्दीन पर पड़ गई है. इडी ने मनी लॉन्ड्रिस से जुड़े मामले में अजहरुद्दीन को समन जारी किया है. 20 करोड़ की हेराफेरी के मामले में अजरुद्दीन का नाम सामने आने के बाद और ईडी का नोटिस मिलने के बाद उनके फैंस में भी हलचल मची हुई.
ईडी द्वारा जारी नोटिस के हिसाब से भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान अजहरुद्दीन गुरुवार को हैदराबाद में ईडी के सामने पेश होंगे. ईडी के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में मनी लॉनड्रिंग का मामला उजागर हुआ. पूर्व में ईडी ने एचसीए अधिकारियों के खिलाफ हेराफेरी का मामला दर्ज किया था. इस मामले के सामने आते ही ईडी ने जांच शुरु की. इस दौरान ईडी द्वारा तेलंगाना में 9 जगहों पर छापेमारी की. छापेमारी में ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज व डिजिटल आलेख और उपकरण भी बरामद हुए थे.
Enforcement Directorate has summoned former Cricketer and Congress leader Mohammed Azharuddin in an alleged money laundering case linked to Hyderabad Cricket Association: Sources
— ANI (@ANI) October 3, 2024
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दरअसल हैदराबाद के राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम को बनाने के लिए जो बजट रखा गया था उसमें हेराफेरी की गई. मामला ईडी की झोली में पहुंचा. टीम द्वारा प्रारंभिक जांच की गई. इसमें एचसीए अधिकारियों द्वारा निजी फर्मों को मंहगे दामों पर ठेका देने की बात सामने आई. एचसीए अधिकारियों की वजह से एसोसिएशन को करोड़ों के नुकसान का समाना करना पड़ा.
मामले में गंभीर जांच करते हुए ईडी ने 3 FIR दर्ज करते हुए आगे जांच जारी रखी. इस दौरान इडी ने स्टेडियम के लिए DG सेट, अग्निशमन यंत्र और कैनोपी को खरीदने के लिए 20 करोड़ का इस्तेमाल कर पैसे का दुरुपयोग किया. एचसीए अधिकारियों की लिस्ट में अजहर के खिलाफ भी भ्रष्टाचार उजागर हुआ. इसकी शिकायत एसोसिएशन के सीईओ सुनील कांत बोस द्वारा ईडी से की गई. वहीं इस अजहरुद्दीन अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं.
61 साल के मोहम्मद अजहरुद्दीन ने क्रिकेट के अपने सफर में कुल 99 टेस्ट व 334 वनडे खेले हैं। इसमें से 47 टेस्ट व 174 वनडे मैचों में बतौर कप्तानी की. क्रिकेट से सन्यास लेकर अजहर ने राजनीति पारी खेलने का मन बनाया. अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करते हुए अजहर साल 2009 में लोकसभा सदस्य बने. आपको बता दें कि- अजहर तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे हैं.