menu-icon
India Daily

'राहुल गांधी के खिलाफ दलित चलाएंगे जूते मारो आंदोलन', जानें क्यों केंद्रीय मंत्री अठावले ने दिया ऐसा बयान

Joote Maro Aandolan: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अमेरिका यात्रा के दौरान आरक्षण पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उन पर हमला बोला है और दावा किया है कि जल्द ही वो दिन दूर नहीं जब दलित समुदाय ही राहुल गांधी के खिलाफ जूते मारो आंदोलन का आगाज करेगा. राहुल गांधी को लेकर रामदास अठावले की ओर से दिए गए इस बयान ने तहलका मचा दिया है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Rahul Gandhi Ramdas Athawale
Courtesy: IDL

Joote Maro Aandolan: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शुक्रवार को कहा कि दलित समुदाय और भारत के लोग कांग्रेस सांसद के अमेरिका दौरे के दौरान आरक्षण पर की गई टिप्पणी के खिलाफ 'जूते मारो आंदोलन' चलाएंगे. 

जब निष्पक्ष होगा भारत तो खत्म कर देंगे आरक्षण

वाशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान गांधी ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब 'भारत एक निष्पक्ष जगह' होगी, जो उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसा नहीं है. 

अठावले ने राहुल गांधी पर दी जूते फेंकने की सलाह

गांधी के बयानों पर हमला करते हुए अठावले ने कहा कि कोई भी दलितों, ओबीसी और आदिवासी का आरक्षण नहीं छीन सकता है और अगर कोई ऐसा करने का प्रयास करता है, तो उससे निपटा जाएगा. उन्होंने कहा कि गांधी पर जूते फेंके जाने चाहिए.

उन्होंने कहा, 'दलित समुदाय और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया विपक्ष के नेता राहुल गांधी के आरक्षण पर की गई टिप्पणी के खिलाफ देशव्यापी जूते मारो आंदोलन चलाएगी.' 

बेकार आदमी हैं राहुल गांधी

कांग्रेस नेता को इस तरह के बयान न देने की सलाह देते हुए अठावले ने कहा, 'राहुल गांधी एक बेकार आदमी हैं. जब भी वह इंग्लैंड या अमेरिका जाते हैं, तो भारत के खिलाफ बोलते हैं.

उन्होंने कहा, "यह कैसे संभव है कि देश में लोकतंत्र नहीं है? अगर देश में लोकतंत्र नहीं है तो राहुल गांधी 99 सीटें कैसे जीत सकते हैं और विपक्ष के नेता कैसे बन सकते हैं? लोगों ने हमें जनादेश दिया है और एनडीए सरकार सभी को आगे ले जा रही है."

सिक्ख समुदाय पर भी की थी विवादित टिप्पणी 

अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी के बयानों ने भारत में राजनीतिक विवाद को जन्म दिया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें विदेशी धरती पर आरक्षण और धार्मिक स्वतंत्रता पर टिप्पणी करने के लिए "राष्ट्र-विरोधी" कहा.

सिख नेताओं ने भी नई दिल्ली में गांधी के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उनसे सिख समुदाय पर अपने बयानों के लिए माफी मांगने को कहा. अमेरिका में भारतीय अमेरिकियों के साथ बातचीत करते हुए, गांधी ने कहा कि "भारत में लड़ाई एक सिख व्यक्ति के पगड़ी और कड़ा पहनने और गुरुद्वारे में जाने के लिए है."