जयपुर, 29 जनवरी – राजस्थान पुलिस ने करोड़ों रुपये की साइबर धोखाधड़ी में शामिल एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह फर्जी कंपनियों के नाम पर बैंक खाते खोलकर ठगी कर रहा था. पुलिस ने इस मामले में हनुमानगढ़ से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से विभिन्न बैंकों की 60 पासबुक, कई चेकबुक, 32 एटीएम और डेबिट कार्ड, साथ ही 11 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि इन फर्जी खातों का इस्तेमाल 26 करोड़ रुपये के लेन-देन में किया गया था.
देशभर में 16 राज्यों से 66 शिकायतें दर्ज
हनुमानगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक अरशद अली ने बताया कि केंद्र सरकार के एनसीआरपी (नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल) पर इन 60 खातों के खिलाफ 16 राज्यों से कुल 66 शिकायतें दर्ज हैं. इन सभी शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
गिरफ्तार किए गए आरोपी और ठगी का तरीका
पुलिस ने इस मामले में आकाशदीप, आदित्य वाल्मीकि, जाकिर हुसैन, कैलाश खीचड़ और निर्देश बिश्नोई को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे टेलीग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए लोगों से संपर्क करते थे. उन्होंने पीड़ितों को शेयर मार्केट में निवेश करने, अवैध ऑनलाइन गेमिंग और क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा देने का लालच देकर ठगी की.
जांच जारी, अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश जारी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं. प्रशासन आम नागरिकों से आग्रह कर रहा है कि संदिग्ध लिंक, अनजान बैंक खातों या ऑनलाइन निवेश योजनाओं से बचें और किसी भी धोखाधड़ी के मामले में तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें.
(इस खबर को इंडिया डेली लाइव की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)