Crime News: पति और पत्नी जिंदगी की गाड़ी के दो पहिए होते हैं. आगे बढ़ने के लिए दोनों का साथ चलना बेहद जरूरी है. ऐसे में एक पहिया निकल जाए तो जिंदगी को तबाह होने में देर नहीं लगती. ऐसे ही कुछ हुआ है कर्नाटक के एक परिवार के साथ. यहां एक शख्स आईपीएल मैच की सट्टेबाजी की लत में बेतहाशा कर्ज में डूब गया.
इसके बाद कर्जदारों ने शख्स की पति का जीना मुहाल कर दिया. रोज रोज की बेइज्जती से तंग आकर आखिरकार उसने अत्महत्या कर ली. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दर्शन बाबू एक इंजीनियर है. क्रिकेट मैचों में सट्टा लगाने का शौकीन है. साल 2021 से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खेलों में दांव लगा रहा है, लेकिन अक्सर उसे हार का मुंह ही देखना पड़ता है.
हार के कारण लोगों की उधारी भी बढ़ती चली गई. जिसका खामियाजा उसकी 23 साल की पत्नी को भुगतना पड़ा. कर्जदारों से तंग आकर पत्नी रंजीता ने कर्नाटक के चित्रदुर्ग में अपने घर में फांसी लगा ली.
दर्शन बाबू होसदुर्गा में लघु सिंचाई विभाग में सहायक अभियंता के पद पर काम करता है. साल 2021 से उसे आईपीएल में सट्टेबाजी का चस्का लग गया, जो 2023 तक चला. सट्टेबाजी में लगातार हार का सामना करने से परिवार के सामने खाने तक की किल्लत हो गई. परिवार वालों ने कहा है कि सट्टा लगाने के लिए उसने लोगों से 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा रुपये उधार लिए और सारा पैसा हार गया. परिवार के लोगों ने कहा कि उसने करीब 1 करोड़ रुपया लौटा दिया था, लेकिन अभी भी 84 लाख से ज्यादा का कर्जा बकाया था.
रंजीता ने साल 2020 में दर्शन से शादी की. उनके पिता वेंकटेश का दावा है कि उसे 2021 में दर्शन के सट्टेबाजी से जुड़े होने की बात पता चली. अपनी शिकायत में वेंकटेश ने कहा कि उनकी बेटी कर्जदारों के लगातार उत्पीड़न से परेशान थी और इसी वजह से उसने आत्महत्या कर ली. उन्होंने 13 लोगों के नाम भी बताए हैं जिन्होंने कथित तौर पर पैसे उधार दिए थे. जांच में पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपने साथ हुए उत्पीड़न के बारे में बताया है. दर्शन और रंजीता का दो साल का बेटा भी है.