Rahul Gandhi on Mihir Ahmed Suicide: केरल में एक 15 वर्षीय छात्र द्वारा आत्महत्या करने की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. बताया जा रहा है कि स्कूल में लगातार प्रताड़ना झेलने के बाद छात्र ने यह खौफनाक कदम उठाया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
राहुल गांधी ने जताया शोक
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, ''केरल के एक स्कूल में प्रताड़ना की वजह से आत्महत्या करने वाले मिहिर अहमद की दुखद मौत दिल दहला देने वाली है. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. किसी भी बच्चे को वह सब झेलना नहीं चाहिए, जो मिहिर को सहना पड़ा.'' उन्होंने आगे कहा, ''स्कूल बच्चों के लिए सुरक्षित स्थान होने चाहिए, लेकिन मिहिर को वहां लगातार यातनाएं सहनी पड़ीं. जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं - प्रताड़ित करने वाले और कार्रवाई में विफल रहने वाले - उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए.''
The tragic loss of Mihir Ahammed to suicide due to bullying in a Kerala school is heartbreaking. My deepest condolences to his family.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 2, 2025
No child should endure what Mihir faced. Schools must be safe havens for children yet he suffered relentless torment. Those responsible—both…
माता-पिता को दी यह सलाह
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर माता-पिता को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया. उन्होंने कहा, ''प्रताड़ना बेहद नुकसानदेह होती है, यह जीवन को नष्ट कर देती है. माता-पिता को अपने बच्चों को दया, प्रेम, सहानुभूति और खुलकर बोलने का साहस सिखाना चाहिए. अगर आपका बच्चा कहता है कि उसे धमकाया जा रहा है, तो उसकी बात पर विश्वास करें. और यदि वह खुद किसी को धमका रहा है, तो समय रहते हस्तक्षेप करें.''
26वीं मंजिल से कूदकर दी जान
बताते चले कि यह घटना 15 जनवरी को केरल के एर्नाकुलम जिले में स्थित तिरुवनीयूर के ग्लोबल पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्र मिहिर अहमद के साथ हुई. उसने अपने घर की 26वीं मंजिल से छलांग लगाकर अपनी जान दे दी. उसकी मां राजना पीएम ने बताया कि मिहिर एक खुशमिजाज और सक्रिय बच्चा था. लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा. मां ने जब उसकी सोशल मीडिया चैट और दोस्तों से बात की, तो उन्हें गंभीर उत्पीड़न के चौंकाने वाले सबूत मिले.
टॉयलेट सीट चाटने के लिए किया मजबूर
वहीं मिहिर की मां ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को स्कूल में शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था. इसमें टॉयलेट सीट चाटने के लिए मजबूर करने जैसी अमानवीय घटनाएं भी शामिल थीं. इस बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें रैगिंग और बदमाशी को आत्महत्या की मुख्य वजह बताया गया है.
मामले की जांच जारी
हालांकि, मिहिर अहमद की आत्महत्या के बाद पुलिस महानिदेशक (DGP) और मुख्यमंत्री कार्यालय को याचिकाएं सौंपी गई हैं. वहीं, स्कूल के उप-प्रधानाचार्य के माध्यम से बाल कल्याण आयोग से भी जांच की मांग की गई है.
इसके अलावा, केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने इस मामले की गहराई से जांच करने के लिए सामान्य शिक्षा निदेशक (DGI) को निर्देश जारी किए हैं. यह घटना स्कूलों में बढ़ती बदमाशी (बुलिंग) और रैगिंग की समस्या की ओर एक गंभीर संकेत है. अब देखना होगा कि इस मामले में दोषियों को कब और कैसे सजा मिलती है.