नहीं रहे सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, 72 की उम्र में ली आखिरी सांस
Sitaram Yechury Passed Away: सीपीआई(एम) महासचिव और पूर्व राज्यसभा सदस्य सीताराम येचुरी की 72 साल की उम्र में निधन हो गया है. सीताराम येचुरी लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे और उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था, हालांकि बुधवार को उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली.
Sitaram Yechury Passed Away: सीपीआई(एम) महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे. उन्हें दिल्ली के एम्स के ICU में भर्ती थे और उनका एक्यूट रेसिपेरिटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज किया जा रहा था.
पिछले कुछ दिनों से वे रेसिपेरिटरी सपोर्ट सिस्टम पर थे और डॉक्टरों की एक मल्टीडिसिप्लिनरी टीम की तरफ से उनका इलाज किया जा रहा था.
2015 में बने थे सीपीएम के महासचिव
येचुरी ने 2015 में सीपीएम के महासचिव के रूप में प्रकाश करात का स्थान लिया था. येचुरी ने दिवंगत पार्टी नेता हरकिशन सिंह सुरजीत के अधीन काम सीखा था, जिन्होंने पहले वी पी सिंह की राष्ट्रीय मोर्चा सरकार और 1996-97 की यूपीए सरकार के दौरान गठबंधन युग के शासन में प्रमुख भूमिकाएं निभाई थीं, दोनों ही सरकारों को सीपीआई(एम) ने बाहर से समर्थन दिया था.
यूपीए को सपोर्ट कर किया था हैरान
येचुरी ने अपने कौशल को तब और निखारा जब वामपंथी दलों ने पहली यूपीए सरकार का समर्थन किया और अक्सर नीति-निर्माण में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर दबाव डाला. उन्होंने भारत-अमेरिका परमाणु समझौते पर सरकार के साथ बातचीत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसके कारण करात के अड़ियल रुख के कारण वामपंथी दलों ने यूपीए-1 सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
येचुरी, जो 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) में शामिल हुए और अगले ही साल पार्टी के सदस्य बन गए, को आपातकाल के दौरान कुछ महीने बाद गिरफ्तार कर लिया गया था.