Delhi Assembly Elections 2025

'धर्म परिवर्तन की कोशिश करने वालों का गर्दन काट दो', BJP विधायक रिकेश सेन का विवादित बयान

Rikesh Sen Controversy: बीजेपी विधायक रिकेश सेन का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह यह कहते हुए नजर आए हैं कि धर्म परिवर्तन की कोशिश करने वालों का गर्दन काट दो. सेन के इस बयान पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट का बयान सामने आया है. उन्होंने चुनाव आयोग से संज्ञान लेने की मांग की है.

India Daily Live

Rikesh Sen Controversy: छत्तीसगढ़ बीजेपी विधायक रिकेश सेन एक बाद फिर सुर्खियों में हैं और इसके पीछे की वजह है उनका एक विवादित बयान. दरअसल, एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से सर्कुलेट हो रही है जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि विधायक रिकेश सेन ने कहा है कि धर्म परिवर्तन की कोशिश करने वालों लोगों का गर्दन काट दिया जाए. रिकेश सेन के इस बयान के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत अचानक गर्म हो चुकी है. विधायक सेन के बयान पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग से संज्ञान लेने की मांग की है.

बीजेपी विधायक रिकेश सेन ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए विधायक रिकेश सेन ने कथित तौर पर कहा था कि हिंदू नव वर्ष केवल एक दिन के लिए नहीं मनाया जाना चाहिए. जब आप सुबह बाहर जाएं तो आपको माथे पर तिलक लगाना चाहिए और आपको रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. उन्होंने आगगे कहा था कि सनातन और हिंदुत्व की रक्षा के लिए भले ही तुम्हें अपने प्राणों की आहुति देनी पड़े, दे दो, लेकिन अपना धर्म कभी परिवर्तित नहीं होने देना.

बयान पर संज्ञान ले चुनाव आयोग- पायलट

रिकेश सेन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उनके मीडिया प्रभारी संतोष मिश्रा ने कहा कि विधायक सेन अपनी टिप्पणी पर कायम हैं.  वहीं, इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि चुनाव आयोग को विधायक के बयान का संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह धर्म, जाति और समुदाय पर बयान देने से स्वस्थ लोकतंत्र की अच्छी परंपरा स्थापित नहीं होने वाली है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसी टिप्पणियों के बजाय मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए और रोजगार, खाद, तेल और बिजली के बारे में बात होनी चाहिए.

कौन हैं BJP विधायक रिकेश सेन

रिकेश सेन वैशाली नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं. उनके पिता आनंद कुमार सेन एक सैलून को चलाते थे.  इस सैलून में रिकेश ने भी काम किया था.  इसके बाद वह भिलाई निगम के पांच बार पार्षद  रहे और फिर कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश चंद्राकर को हराया वैशाली नगर के विधायक बने.