'पीएम खुद देते हैं अपनी छोटी सोच का सबूत,ये भारत के लोगों की बेइज्जती है', आखिर किस बात को लेकर स्वतंत्रता दिवस पर भड़की कांग्रेस
Congress Slams PM Modi: आजादी के 78वें पर्व के मौके पर पीएम मोदी ने देश को लाल किले से संबोधित किया जहां पर देश भर के नेता भी मौजूद थे. इस दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी को सबसे आखिर लाइन में बैठना पड़ा जिसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक ‘छोटी मानसिकता’ वाले व्यक्ति हैं और वह खुद इसका सबूत देते रहते हैं.
Congress Slams PM Modi: कांग्रेस ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्रालय पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान “अंतिम लाइनयों में” बिठाने के लिए निशाना साधा. पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी को 4 जून के बाद नई वास्तविकता को समझ लेना चाहिए.
पीएम ने नहीं सीखा कोई सबक
कांग्रेस सांसद और प्रभारी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने पीएम की आलोचना की और कहा कि जिस अहंकार के साथ आपने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी को अंतिम लाइनयों में बिठाया, उससे पता चलता है कि आपने अपना सबक नहीं सीखा है.
उन्होंने कहा, “रक्षा मंत्रालय का यह कमजोर स्पष्टीकरण कि यह ‘ओलंपियनों के सम्मान’ के कारण था, बहुत कारगर नहीं रहा. जबकि ओलंपियन हर तरह के सम्मान के हकदार हैं, मुझे आश्चर्य है कि अमित शाह या निर्मला सीतारमण जी जैसे कैबिनेट मंत्री उनसे आगे की लाइन में कैसे बैठते हैं.”
प्रोटोकॉल के तहत पहली लाइन में होनी चाहिए जगह
सांसद ने यह भी कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष को भी पहली लाइन में बैठना चाहिए.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,“लेकिन राहुल जी और कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे की सीटें पांचवीं लाइन में थीं. यह न केवल विपक्ष के नेता या राहुल जी के पद का अपमान था; यह भारत के लोगों का अपमान था, जिनकी आवाज का प्रतिनिधित्व राहुल जी संसद में करते हैं. यह आश्चर्यजनक है कि सच्चाई कुछ लोगों को कितनी असहज कर सकती है - इतनी कि वे इसका सामना करने के बजाय बैठने की व्यवस्था करना पसंद करते हैं."
उन्होंने एक बयान में कहा,"छोटी सोच वाले लोगों से बड़ी चीजों की उम्मीद करना बेकार है. नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पांचवीं लाइन में बैठाकर निश्चित रूप से अपनी हताशा दिखाई, लेकिन इससे राहुल गांधी को कोई फर्क नहीं पड़ता और वह लोगों के मुद्दे उठाते रहेंगे जैसा कि वह करते रहे हैं. न केवल राहुल गांधी को पांचवीं लाइन में बैठाया गया, बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का निर्धारित स्थान भी पांचवीं लाइन में था. रक्षा मंत्रालय की ओर से एक मूर्खतापूर्ण बयान आया है कि 'ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि हम ओलंपियनों को सम्मानित करना चाहते थे. उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए और विनेश फोगट को भी, लेकिन क्या अमित शाह, जे पी नड्डा, एस जयशंकर और निर्मला सीतारमण उन्हें सम्मानित नहीं करना चाहते थे?"