Congress Slams PM Modi: कांग्रेस ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्रालय पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान “अंतिम लाइनयों में” बिठाने के लिए निशाना साधा. पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी को 4 जून के बाद नई वास्तविकता को समझ लेना चाहिए.
कांग्रेस सांसद और प्रभारी महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने पीएम की आलोचना की और कहा कि जिस अहंकार के साथ आपने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी को अंतिम लाइनयों में बिठाया, उससे पता चलता है कि आपने अपना सबक नहीं सीखा है.
उन्होंने कहा, “रक्षा मंत्रालय का यह कमजोर स्पष्टीकरण कि यह ‘ओलंपियनों के सम्मान’ के कारण था, बहुत कारगर नहीं रहा. जबकि ओलंपियन हर तरह के सम्मान के हकदार हैं, मुझे आश्चर्य है कि अमित शाह या निर्मला सीतारमण जी जैसे कैबिनेट मंत्री उनसे आगे की लाइन में कैसे बैठते हैं.”
सांसद ने यह भी कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष को भी पहली लाइन में बैठना चाहिए.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,“लेकिन राहुल जी और कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे की सीटें पांचवीं लाइन में थीं. यह न केवल विपक्ष के नेता या राहुल जी के पद का अपमान था; यह भारत के लोगों का अपमान था, जिनकी आवाज का प्रतिनिधित्व राहुल जी संसद में करते हैं. यह आश्चर्यजनक है कि सच्चाई कुछ लोगों को कितनी असहज कर सकती है - इतनी कि वे इसका सामना करने के बजाय बैठने की व्यवस्था करना पसंद करते हैं."
Modi ji, it’s about time you wake up to the new reality post-June 4th. The arrogance with which you relegated Lok Sabha LoP Shri @RahulGandhi ji to the last rows during the Independence Day ceremony shows that you have not learned your lesson.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) August 15, 2024
The Defence Ministry‘s feeble… pic.twitter.com/FZYldFveTQ
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक "छोटी मानसिकता" वाले व्यक्ति हैं और वह खुद इसका सबूत देते रहते हैं. श्रीनेत ने कहा कि विपक्ष के नेता का पद कैबिनेट मंत्री का होता है और सरकार के मंत्री पहली लाइन में बैठते हैं.
छोटे मन के लोगों से बड़ी चीज़ों की उम्मीद करना बेमानी है
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) August 15, 2024
नेता प्रतिपक्ष @RahulGandhi को स्वतंत्रता दिवस के समारोह में पाँचवीं लाइन में बिठा कर नरेंद्र मोदी ने अपनी कुंठा ज़रूर दिखाई, लेकिन इससे राहुल गांधी को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है
नेता प्रतिपक्ष की रैंक कैबिनेट मंत्री की… pic.twitter.com/hS8B4ybApN
उन्होंने एक बयान में कहा,"छोटी सोच वाले लोगों से बड़ी चीजों की उम्मीद करना बेकार है. नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पांचवीं लाइन में बैठाकर निश्चित रूप से अपनी हताशा दिखाई, लेकिन इससे राहुल गांधी को कोई फर्क नहीं पड़ता और वह लोगों के मुद्दे उठाते रहेंगे जैसा कि वह करते रहे हैं. न केवल राहुल गांधी को पांचवीं लाइन में बैठाया गया, बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का निर्धारित स्थान भी पांचवीं लाइन में था. रक्षा मंत्रालय की ओर से एक मूर्खतापूर्ण बयान आया है कि 'ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि हम ओलंपियनों को सम्मानित करना चाहते थे. उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए और विनेश फोगट को भी, लेकिन क्या अमित शाह, जे पी नड्डा, एस जयशंकर और निर्मला सीतारमण उन्हें सम्मानित नहीं करना चाहते थे?"