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Congress MP on Navratri: कांग्रेस सांसद ने की नवरात्रि में शराबबंदी की मांग, राजनीतिक हलकों में बढ़ी चर्चा

Congress MP Imran Masood on Navratri: सीओ अनुज चौधरी के बयान पर इमरान मसूद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें पागल करार दिया और राजनीति में आने की सलाह दी.

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Edited By: Ritu Sharma
Liquor shops close in Navratri 2025
Courtesy: Social Media

Liquor shops close in Navratri 2025: कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने नवरात्रि के दौरान शराब की दुकानों को बंद करने की मांग करते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भाजपा सरकार पर पक्षपातपूर्ण नीति अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि यदि नवरात्रि में मीट की दुकानों पर प्रतिबंध लग सकता है, तो शराब की बिक्री पर भी रोक लगनी चाहिए.

संभल के सीओ को बताया 'पागल आदमी'

संभल के पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इमरान मसूद ने कहा, ''वह सीओ पागल आदमी है. उसे वर्दी उतारकर राजनीति में आ जाना चाहिए. उसे यह भी ध्यान नहीं कि उसने धर्मनिरपेक्षता की शपथ ली थी.'' उन्होंने इस बयान को प्रशासनिक तटस्थता के खिलाफ बताते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन को किसी भी धर्म या समुदाय के प्रति निष्पक्ष रहना चाहिए.

वक्फ विधेयक पर भाजपा को घेरा

बताते चले कि इमरान मसूद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा वक्फ विधेयक को लेकर दिए गए बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह विधेयक संविधान के कई प्रावधानों का उल्लंघन करता है और कांग्रेस संसद में इसे चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार है. आगे उन्होंने कहा, ''जब बिल आएगा और संसद में बहस होगी, तब भाजपा सरकार अपनी बात रखेगी और हम मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे.'' साथ ही आगे उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा इस सत्र में वक्फ विधेयक को पास कराने की तैयारी कर रही है, लेकिन कांग्रेस इसे हर स्तर पर चुनौती देगी.

'भाजपा शराब की दुकानों पर चुप क्यों रहती है?'

इमरान मसूद ने भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि हर बार नवरात्रि में मीट की दुकानों पर पाबंदी लगाने की चर्चा होती है, लेकिन शराब की बिक्री पर कोई रोक नहीं लगती. ''अगर आप सात्विकता की बात कर रहे हैं, तो फिर शराब की दुकानों को भी बंद कराना चाहिए.'' उन्होंने आगे कहा कि जब मीट की बिक्री को लेकर सख्ती बरती जाती है, तो शराब पर कोई चर्चा क्यों नहीं होती? उन्होंने इसे भाजपा सरकार की दोहरी नीति करार दिया.

त्योहारों को भाईचारे के साथ मनाने की अपील

इसके अलावा, सांसद ने कहा कि भारत विविध संस्कृतियों का देश है और हमें सभी त्योहारों को मिल-जुलकर मनाना चाहिए. उन्होंने नवरात्रि और ईद दोनों को खुशी और आपसी भाईचारे का प्रतीक बताया और कहा कि हमें एक-दूसरे की खुशियों में शामिल होकर त्योहार मनाने चाहिए. उन्होंने कहा, गुझिया खाने में कभी किसी को परहेज नहीं हुआ, लेकिन कुछ लोग नफरत फैलाने के एजेंडे पर काम कर रहे हैं. हमें इस तरह की राजनीति से बचना चाहिए.''