कांग्रेस को अमित शाह का एडिटेड Video शेयर करना पड़ा महंगा, X ने भेज दिया नोटिस, लिया तगड़ा एक्शन!

Congress leaders get notice from X : कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि उसके कुछ नेताओं को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कुछ वीडियो क्लिप अपने हैंडल पर साझा करने के लिए बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से नोटिस मिला है.

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Gyanendra Tiwari

Congress leaders get notice from X: कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि उसके कुछ नेताओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से नोटिस मिला है. यह नोटिस उन नेताओं द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक वीडियो को शेयर किए जाने के बाद जारी किया गया था. बीजेपी का आरोप था कि कांग्रेस ने अमित शाह के उस भाषण के संपादित वीडियो को साझा किया, जिसमें उन्होंने डॉ. बी आर आंबेडकर, भारतीय संविधान के निर्माता, पर टिप्पणी की थी.

कांग्रेस का कहना है कि एक्स ने इस वीडियो को लेकर नोटिस जारी किया. यह नोटिस गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर की मांग के बाद भेजा गया था, जिसने इस वीडियो को हटाने के लिए एक्स से अनुरोध किया था. हालांकि, एक्स और साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर की ओर से इस नोटिस के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

Video शेयर कर अमित शाह पर लगाया था आरोप

इस घटनाक्रम की शुरुआत उस वीडियो से हुई, जिसे कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को शेयर किया था. इस वीडियो में अमित शाह को यह कहते हुए दिखाया गया था, "आजकल आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर कहने की फैशन हो गई है. अगर उन्होंने भगवान का नाम इतने बार लिया होता तो वे सातों जन्मों में स्वर्ग में जाते." कांग्रेस ने इस वीडियो को शेयर करते हुए आरोप लगाया कि यह आंबेडकर का अपमान है.

बीजेपी ने इसके बाद इस वीडियो की आलोचना की और इसे कांग्रेस का झूठा प्रचार करार दिया. इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बयान दिया और कांग्रेस की आलोचना की.

अमित शाह ने आरोपों पर क्या कहा?

बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस के आरोपों के बाद अमित शाह ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है और आंबेडकर पर उनके विचारों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी कानूनी कार्रवाई के लिए सभी विकल्पों पर विचार करेगी, चाहे वह संसद के भीतर हो या बाहर.

गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का यह अभियान खासतौर पर संविधान पर चर्चा के बाद शुरू हुआ, जब यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस पार्टी "आंबेडकर विरोधी" और "आरक्षण विरोधी" है.