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India Daily

Kunal Kamra row: 'कोई पछतावा नहीं, माफी तभी मांगूंगा जब...', कुणाल कामरा ने मुंबई पुलिस से कही ये बात

ये विवाद कॉमेडियन कुणाल कामरा के लिए कोई नई घटना नहीं है, क्योंकि वह पहले भी कई विवादों में घिर चुके हैं. इस बार यह मामला एकनाथ शिंदे की भूमिका और महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति से जुड़ा हुआ है, जो एक नए मोड़ को दर्शाता है.

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Edited By: Mayank Tiwari
कॉमेडियन कुणाल कामरा
Courtesy: X@kunalkamra88

 

स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा अक्सर अपने बयानों के चलते विवादों में घिरे नजर आते हैं. इस बीच मुंबई पुलिस को कॉमेडियन कुणाल कामरा ने सोमवार (24 मार्च) को बताया कि उन्हें अपने 'गद्दार' या 'देशद्रोही' वाले बयान पर कोई पछतावा नहीं है. इस बयान को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ माना गया था. कुणाल कामरा ने यह भी कहा कि अगर कोर्ट ने निर्देश दिया तो वह माफी मांगने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने माफी की कोई जरूरत नहीं बताई.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज विधानसभा में कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दायरा 'निचले स्तर की कॉमेडी और उपमुख्यमंत्री का अपमान' तक नहीं बढ़ाया जा सकता.

विपक्ष से मिली पैसे की अफवाहों को किया खारिज

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कुणाल कामरा ने तमिलनाडु से पुलिस से बातचीत की और विपक्ष द्वारा पैसे लेने की अफवाहों को खारिज किया. कामरा ने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़े तो उनकी वित्तीय स्थिति की जांच की जा सकती है, ताकि यह साबित हो सके कि उन्हें किसी विपक्षी दल से पैसे नहीं मिले थे.

स्टूडियो की तोड़फोड़ और शिवसेना कार्यकर्ताओं का गुस्सा

यह घटनाक्रम मुंबई में उस समय हुआ जब उस स्टूडियो को नगर निगम द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था, जिसमें कामरा का शो हुआ था. इस स्टूडियो को शिवसेना कार्यकर्ताओं ने रविवार रात में भी तोड़ा था और कामरा की तस्वीर को ठाणे पुलिस स्टेशन के बाहर जला दिया था.

ठाणे को शिंदे का राजनीतिक गढ़ माना जाता है. स्टूडियो के मालिकों ने इस पर प्रतिक्रिया दी थी और कहा कि वे कामरा के बयान के लिए जिम्मेदार नहीं हो सकते. उन्होंने यह भी बताया कि वे स्टूडियो को तब तक बंद कर देंगे, जब तक यह तय नहीं हो जाता कि बिना अपनी संपत्ति को खतरे में डाले कैसे स्वतंत्र अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान किया जा सकता है.

राजनीतिक विवाद और पुलिस कार्रवाई

यह विवाद तब शुरू हुआ जब कुणाल कामरा ने शिंदे को 'गद्दार' कहकर संबोधित किया, जो कि 2022 में शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट से बगावत कर बीजेपी से हाथ मिला चुके थे. इसके बाद से भाजपा सरकार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने कामरा के खिलाफ कई पुलिस शिकायतें दर्ज करवाईं, जिनमें से एक शिकायत महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक की थी.

विपक्ष का समर्थन और आलोचना

कुणाल कामरा के बयान पर विपक्ष, खासकर उधव ठाकरे गुट ने प्रतिक्रिया दी. आदित्य ठाकरे ने शिंदे को 'असुरक्षित कायर' कहा और उनकी सहयोगी प्रियंका चतुर्वेदी ने यह बताया कि कमरा ने शिंदे का नाम नहीं लिया था. प्रियंका ने कहा, "शिवसेना कार्यकर्ताओं की तोड़फोड़ इस बात का संकेत है कि यह टिप्पणी उन्हें चुभी है और इसमें कुछ सच्चाई है. यह किस तरह का असहिष्णुता है? अगर आपको कुछ पसंद नहीं आता, तो पुलिस में शिकायत करें.