'दिल जानता है...' कॉमेडियन कुणाल कामरा ने दिल्ली दंगों के आरोपी उमर खालिद के साथ शेयर की फोटो, एक्ट्रेस रिचा चड्ढा ने भी किया कमेंट
उमर खालिद को 13 सितंबर 2020 से जेल में बंद किया गया था और उन पर कड़े आरोप लगाए गए थे, जिनमें प्रमुख आरोप दिल्ली में 2020 में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान उकसाने का था. उन्हें यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया था और उन पर आरोप है कि उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए एक बड़ी साजिश रची थी.
पूर्व जामिया मिलिया इस्लामिया छात्र नेता और एक्टिविस्ट उमर खालिद, जो 2020 के दिल्ली दंगों से जुड़े आरोपों में चार साल से जेल में थे, हाल ही में जमानत पर बाहर आए हैं. इस मौके पर उन्होंने कॉमेडियन कुणाल कामरा के साथ एक तस्वीर साझा की, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गई है. इस तस्वीर में उमर खालिद और कुणाल कामरा मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं और दोनों एक-दूसरे को साइड हग देते हुए दिख रहे हैं.
कुणाल कामरा ने शेयर की फोटो
कॉमेडियन कुणाल कामरा ने शुक्रवार को इस तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, X और इंस्टाग्राम पर शेयर किया. उन्होंने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा, "दिल जानता है...जमानत पर बाहर आए उमर खालिद के साथ इस फोटो में समय का कोई कांसेप्ट नहीं है." कुणाल के इस कैप्शन ने सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर को और भी खास बना दिया, और इसने फॉलोअर्स की बड़ी संख्या को आकर्षित किया.
रिचा चड्ढा ने कमेंट किया दिल वाला इमोजी
इस तस्वीर पर बॉलीवुड एक्ट्रेस रिचा चड्ढा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कमेंट सेक्शन में एक दिल वाला इमोजी पोस्ट किया, जो उनके समर्थन और सॉलिडैरिटी को दर्शाता है. रिचा का यह सिंपल लेकिन प्रभावी कमेंट उनकी दोस्ती और समर्थन को साफ दिखाता है. इसके अलावा, एक अन्य यूजर ने भी इस तस्वीर पर कमेंट किया, “इस फोटो के लिए शब्द नहीं हैं. उमर को वापस देखना बेहद शानदार है.”
उमर खालिद को 7 दिन की जमानत
उमर खालिद को दिल्ली की एक अदालत से 18 दिसंबर 2024 को सात दिन की अंतरिम जमानत मिली थी, ताकि वह एक पारिवारिक शादी में शामिल हो सकें. हालांकि, उन्होंने 10 दिन की जमानत की मांग की थी, लेकिन अदालत ने उन्हें केवल सात दिन की जमानत दी, जो 28 दिसंबर 2024 से 3 जनवरी 2025 तक प्रभावी थी. जमानत मिलने के बाद उमर को सोशल मीडिया पर सक्रिय होने की अनुमति नहीं थी और उन्हें केवल अपने परिवार और करीबी दोस्तों से मिलने की इजाजत थी. यह जमानत अवधि 3 जनवरी 2025 को समाप्त हो रही है, जिसके बाद उमर को फिर से जेल प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण करना होगा.
उमर खालिद के खिलाफ आरोप
उमर खालिद को 13 सितंबर 2020 से जेल में बंद किया गया था और उन पर कड़े आरोप लगाए गए थे, जिनमें प्रमुख आरोप दिल्ली में 2020 में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान उकसाने का था. उन्हें यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम) के तहत गिरफ्तार किया गया था और उन पर आरोप है कि उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए एक बड़ी साजिश रची थी. दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया था कि उमर खालिद ने भड़काऊ भाषण दिए थे, जिससे दिल्ली दंगों की स्थिति पैदा हुई. इसके अलावा, उन पर यह भी आरोप था कि उन्होंने हिंसा भड़काने के लिए विदेश से वित्तीय सहायता प्राप्त करने की कोशिश की थी.