रूममेट ने ही किया धोखा, प्राइवेट वीडियो बनाकर कर दिया वायरल, सजा सुनकर आ जाएगा गुस्सा

कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे में लड़कियों की प्राइवेट फोटोज शेयर करने वाली लड़की और उसके एक दोस्त पूछताछ की गई है. 

COEP Scandal: रविवार शाम को एक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे (COEP) की एक छात्र की सोशल मीडिया पोस्ट सामने आई जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. इसमें कहा गया था कि गर्ल्स हॉस्टल की कुछ छात्राओं की पर्सनल फोटोज और वीडियोज कथित तौर पर बिना सहमति के ऑनलाइन शेयर की जा रही थीं. सूत्रों के अनुसार, एक छात्रा को अपने एक दोस्त के साथ अन्य लड़कियों के प्राइवेट वीडियो शेयर करते हुए पाया गया जो उस कॉलेज के स्टूडेंट्स भी नहीं थे. छात्राओं का यह भी कहना है कि यूनिवर्सिटी ने इस मामले को गंभीरता नहीं लिया. 

यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. छात्रों का आरोप है कि 3 मई को जब मामला रजिस्ट्रार के सामने आयो तो आरोपी लड़की के माता-पिता को हॉस्टल में बुलाया गया. वहीं, जिस दोस्त के साथ वो ये सभी कंटेंट शेयर कर रही थी उसके माता-पिता को भी बुलाया गया था. बता दें कि इसके फोन में करीब 900 फोटोज और वीडियो थे. छात्राओं ने बताया कि जिस व्यक्ति के साथ छात्र ने यह कंटेंट शेयर किया था उसे हॉस्टल में बुलाया गया था और दो रात के लिए वहीं रहने को कहा गया था. इसके साथ ही उसे अपने फोन से वीडियो, फोटो और चैट भी डिलीट करने के लिए कहा गया. कहा जा रहा है कि छात्रा को सस्पेंड कर दिया गया है. 

गर्ल्स हॉस्टल की एक छात्रा ने बताया, “हमें बताया गया कि अगली सुबह (4 मई) तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएगी. हालांकि, अगले दिन हमें पता चला कि उस लड़के और उसके माता-पिता को बुलाया गया था और उससे कंटेंट डिलीट करने को कहा गया. अगर प्रशासन पहले ही मामले को पुलिस के पास ले जाना चाहता था तो ऐसा क्यों किया गया? अगर प्रशासन की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया तो ऐसा ही लगेगा कि पूरी घटना को दबाने की कोशिश की गई.”

लड़कों के हॉस्टल में रहने वाले एक लड़के ने कहा, “उसके माता-पिता पूरे दिन रुकते थे और हॉस्टल के अधिकारियों के साथ मीटिंग करते थे और रात को चले जाते थे. जबकि लड़का गेस्ट रूम में ठहरता था. कई लड़कों ने उसे देखा. उसके साथ हर समय एक सिक्योरिटी गार्ड रहता था, यहां तक कि वॉशरूम में भी गार्ड साथ जाता था. उसने एक बार चार्जर मांगने के अलावा किसी से बात नहीं की. मुख्य रेक्टर ने कहा कि वो इस मामले पर कोई टिप्पणी करने के लिए ऑथराइज्ड नहीं हैं.