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India Daily

सैलरी में बंपर इजाफा, जूनियर-सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को इस राज्य में लगी 'लॉटरी'

सीएम ममता बनर्जी के इस फैसले को साल 2027 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नजरिए से एक बड़ी चुनावी सौगात के रूप में देखा जा रहा है. इस दौरान राज्यभर के रेजिडेंट डॉक्टरों ने ममता सरकार के खिलाफ विरोध जताया था और आंदोलन भी किया था.

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Edited By: Mayank Tiwari
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
Courtesy: X@MamataOfficial

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेशभर के अस्पतालों में काम कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए खुशखबरी दी है. मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों के वेतन में 10,000 से 15,000 रुपये तक की बढ़ोत्तरी की घोषणा की. इसके साथ ही, सभी रैंक के डॉक्टरों, चाहे वे जूनियर रेजिडेंट हों या सीनियर, उनके वेतन में भी वृद्धि की गई है. बनर्जी ने कोलकाता के अलीपुर स्थित धन धान्य ऑडिटोरियम में डॉक्टरों को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "हमने पहले सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के वेतन में वृद्धि की थी, लेकिन अब इसमें और बदलाव किया गया है. इसके तहत, डिप्लोमा धारक वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टरों को अब 65,000 रुपये की बजाय 80,000 रुपये मिलेंगे, जबकि पोस्ट-ग्रेजुएट डॉक्टरों को 70,000 रुपये की बजाय 85,000 रुपये मिलेंगे. इसके अलावा, पोस्ट-डॉक्टरेट डॉक्टरों को अब 1 लाख रुपये मिलेंगे.

मेदिनीपुर के जूनियर डॉक्टरों का निलंबन वापस

इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की. उन्होंने मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 12 जूनियर डॉक्टरों का निलंबन वापस ले लिया.। इन डॉक्टरों को 6 जनवरी को कथित लापरवाही के कारण निलंबित किया गया था, जब प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी और चार अन्य महिलाएं बीमार हो गई थीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस जांच में यह साफ पता चला है कि जूनियर डॉक्टरों की लापरवाही के कारण यह घटना घटी, लेकिन सरकार ने उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनका निलंबन वापस लेने का निर्णय लिया.

प्राइवेट प्रैक्टिस की मिली अनुमति 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक और अहम घोषणा की, जिसमें सरकारी अस्पतालों में आठ घंटे की ड्यूटी के बाद डॉक्टरों को 30 किलोमीटर के दायरे में प्राइवेट प्रैक्टिस करने की परमिशन दी गई. उन्होंने कहा, "चिकित्सा पेशेवर मानवता का चेहरा होते हैं, और उनका थोड़ा सा योगदान मरीजों के लिए बहुत मददगार हो सकता है.

डॉक्टरों की सुरक्षा की चिंता

सीएम ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. पिछले साल, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 साल की मेडिकल डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना के बाद डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी. इस संदर्भ में टीएमसी सरकार ने अस्पतालों की सुरक्षा को और मजबूत करने का वादा किया है.