कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर की मां ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर वित्तीय मुआवजा न देने के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाया है. सोमवार को उन्होंने मुख्यमंत्री के दावे का खंडन करते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने उनकी बेटी की दुखद मौत के बाद पैसे की पेशकश की थी.
पीड़िता की मां ने एएनआई से कहा, 'मुख्यमंत्री झूठ बोल रही हैं. मेरी बेटी वापस नहीं आएगी. क्या मैं उसके नाम पर झूठ बोलूंगी? मुख्यमंत्री ने हमें बताया कि हमें पैसे मिलेंगे और सुझाव दिया कि हम अपनी बेटी की याद में कुछ बनाएं. मैंने जवाब दिया कि जब मेरी बेटी को न्याय मिल जाएगा तो मैं पैसे लेने उनके कार्यालय आऊंगी.'
इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रशिक्षु डॉक्टर के परिवार को किसी भी तरह की धनराशि देने से इनकार किया. उन्होंने कहा, 'मैंने कभी भी डॉक्टर के परिवार को पैसे की पेशकश नहीं की. यह बदनामी के अलावा कुछ नहीं है. मैंने डॉक्टर के माता-पिता से केवल इतना कहा कि अगर वे अपनी बेटी की याद में कुछ करना चाहते हैं, तो हमारी सरकार उनका समर्थन करेगी. कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने आरजी कर के विरोध के बाद इस्तीफा देने की पेशकश की थी, लेकिन दुर्गा पूजा के करीब आने पर हमें कानून और व्यवस्था के बारे में जानकार किसी व्यक्ति की जरूरत है.'
पीड़िता के चचेरे भाई ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से परिवार को वित्तीय मुआवज़ा देने की पेशकश की. चचेरे भाई ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद वित्तीय मुआवज़ा देने की पेशकश की. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि पुलिस ने पैसे की पेशकश की थी. मैं अभी भी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री ने पैसे की पेशकश की थी.
'न्याय मिलने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा'
पीड़िता की मां ने यह भी कहा कि न्याय मिलने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. बता दें कि द्वितीय वर्ष की स्नातकोत्तर मेडिकल छात्रा के साथ 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या से संबंधित मामले की सुनवाई करते हुए सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों को याद दिलाया कि कल शाम पांच बजे तक काम पर लौटने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए.