इस समय हरियाणा में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व एक नाजुक संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है, इसमें 5 बार सांसद रहीं प्रमुख दलित नेता कुमारी शैलजा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल हैं . इस समय कांग्रेस पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर आंतरिक संघर्ष चल रहा हैं. बता दे, अभी तक पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी का नाम सार्वजनिक नहीं किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा?
दरअसल, जब एक प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव से पहले कोई भी निर्णय नहीं लिया जाएगा.
मीडिया सूत्रों ने कहा कि पार्टी आलाकमान द्वारा किसी भी स्पष्ट समर्थन को मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी के लिए एक संकेत के रूप में समझा जा सकता है, जो पार्टी की समग्र चुनावी संभावनाओं को कमजोर कर सकता है. कांग्रेस नेतृत्व ऐसे किसी भी नतीजे से सावधान है और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के बजाय पार्टी के सामूहिक एजेंडे पर ध्यान केंद्रित रखने का प्रयास कर रहा है.
घोषणापत्र लॉन्च में दिखा संतुलन
हाल ही में पार्टी के घोषणापत्र लॉन्च के दौरान यह संतुलन पूरी तरह से प्रदर्शित हुआ . भूपिंदर सिंह हुड्डा ने एकता के संदेश को रेखांकित करते हुए खड़गे के साथ मंच साझा किया . इस बीच, राहुल गांधी हरियाणा के असंध निर्वाचन क्षेत्र में अपना अभियान शुरू करने वाले हैं, जहां शैलजा के वफादार शमशेर सिंह गोगी चुनाव लड़ रहे हैं. इसी तरह, रणदीप सिंह सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला के समर्थन में कैथल में एक जनसभा की योजना बनाई जा रही है, जिसमें गांधी या खुद खड़गे शामिल हो सकते हैं .